कुर्सी पर नहीं ज़मीन पर दिखती है नेतृत्व की असली पहचान, दिन में निगम में सुनते हैं समस्याएं, रात को धरातल पर उतरकर शहर को स्वच्छ रखने का करते हैं प्रयास दीपक बाली

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राजू अनेजा,काशीपुर।काशीपुर नगर निगम के मेयर दीपक बाली का काम करने का तरीका उन्हें बाकी नेताओं से अलग बनाता है। दिन में जहां वे जनता की समस्याएं सुनते हैं, वहीं रात को खुद सड़कों पर उतरकर सफाई और व्यवस्था का निरीक्षण करते हैं। उनका ये समर्पण शहर को एक नए स्तर की स्वच्छता और अनुशासन की ओर ले जा रहा है।न केवल कार्यालय में बैठकर आदेश देना, बल्कि खुद ज़मीन पर उतरकर हालात समझना  यही है मेयर दीपक बाली की कार्यशैली। दिन में फरियादें सुनते हैं और रात में सफाईकर्मियों के साथ मिलकर शहर को संवारते हैं।

नगर निगम काशीपुर ने शहर को स्वच्छ और व्यवस्थित बनाने के अभियान के तहत शनिवार को एक अहम कार्रवाई को अंजाम दिया। मेयर दीपक बाली के नेतृत्व में खड़कपुर देवीपुरा रोड पर अतिक्रमण हटाने की मुहिम चलाई गई। यह अभियान उन स्थलों पर केंद्रित था, जहां अतिक्रमण के कारण नालियों की जल निकासी व्यवस्था बाधित हो रही थी और बरसात में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो रही थी।

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नगर निगम की टीम ने पहले से चिन्हित किए गए अतिक्रमण स्थलों को खाली कराया और वहां फैले सिल्ट और कचरे को हटाकर जल निकासी को पुनः सामान्य किया। इससे स्थानीय लोगों को काफी राहत मिली है और जलभराव की आशंका भी कम हुई है।

इस अभियान का संचालन सेनेटरी इंस्पेक्टर मनोज बिष्ट, स्वच्छ भारत मिशन के परियोजना प्रबंधक एहतेशाम, पीएमयू प्रतिनिधि जुबैद, पर्यवेक्षक राजेश और रिंकू के निर्देशन में किया गया।

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नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि यह अभियान चरणबद्ध रूप से शहरभर में चलाया जाएगा। शनिवार शाम को पुनः अन्य चिन्हित अतिक्रमणों पर कार्रवाई की जाएगी।

मेयर रात 11 बजे उतरे निरीक्षण पर

इधर, मेयर दीपक बाली ने बीती रात करीब 11 बजे खुद नाइट स्वीपिंग और कचरा संग्रहण कार्यों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने वाणिज्यिक क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था का जायजा लिया और मौके पर मौजूद नागरिकों से सीधा संवाद करते हुए स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने का संदेश दिया।

मेयर ने कहा,

“नगर निगम केवल कार्रवाई तक सीमित नहीं रहना चाहता, बल्कि हम स्वच्छता को जन आंदोलन बनाना चाहते हैं। इसमें नागरिकों की भागीदारी सबसे जरूरी है।”

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जनभागीदारी से ही बनेगा ‘स्वच्छ काशीपुर’

नगर निगम का यह स्पष्ट संदेश है कि शहर की सफाई और सुव्यवस्था सिर्फ प्रशासन का नहीं, बल्कि हर नागरिक की साझी जिम्मेदारी है। नगर निगम के अधिकारी व कर्मचारी निरंतर प्रयासरत हैं, लेकिन जब तक आम लोग भी आगे नहीं आएंगे, तब तक संपूर्ण सफलता नहीं मिल सकती।

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