एक बेटी की चिंता में तीन बच्चों की मौत: मां की एक गलती से बच्चे बन गए कंकाल

खबर शेयर करें -

छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले से एक शॉकिंग खबर है, जहां एक झोपड़ी में आग लगने से तीन नाबालिग बच्चों की जिंदा जलकर मौत हो गई। मृतक तीनों आपस में सगे भाई-बहन थे। बताया जाता है कि बच्चों की मां घर में स्टोव जला कर पड़ोसी के घर चली गई थी, इसी दौरान स्टोव से आग भड़क गई और झोपड़ी में आग लगने से तीन बच्चों की जलकर मौत हो गई।

जब तक वो लौटी तो मासूम लाश में बदल चुके थे।

एक बेटी को लेने गई और इधर तीन बच्चों की हो गई मौत

दरअसल, यह दिल दहला देने वाला हादसा अंबिकापुर जिले के कमलेश्वरपुर थाना क्षेत्र के बरिमा गांव में शनिवार देर रात हुआ है। अब पीड़ित महिला सुधनी बाई का रो-रोकर बुरा हाल है। उसका कहना है कि अगर वो घर से नहीं जाती तो आज उसके तीनों बच्चे जिंदा होते। महिला ने पुलिस को बताया कि वो चूल्हा जलाकर अपनी सरी बड़ी बेटी को ढूंढने के लिए पड़ोसी के घर चली गई। मुझे याद नहीं रहा कि मैंने स्टोव जलाया हुआ है, जब लौटी तो मेरे बच्चे जल चुके थे।

एक मासूम तो 2 साल का था…

आग के बाद जो धमाका हुआ उससे पूरे गांव के लोगों की नींद खुल गई। लोग भागकर मौके पर पहुंचे… लेकिन तीनों बच्चों में से किसी को बचा नहीं पाए। वहीं खबर लगते ही पुलिस पहुंची…मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस ने कहा कि आग कैसे लगी इसकी जांच की जा रही है। मृतकों की पहचान कुमारी गुलाबी (8), उसकी बहन सुषमा (4) और भाई राम प्रसाद (2) के रूप में की गई है।