दर्दनाक हादसा! फिल्म देखने मॉल गए मां और मौसी रील बनाने में हो गई व्यस्त और 6 साल का बच्चा तीसरी मंजिल से नीचे आ गिरा

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म रील के चक्कर में 6 वर्षीय मासूम तीसरी मंजिल से गिरा, मां-मौसी थीं वीडियो बनाने में व्यस्त

राजू अनेजा,गोरखपुर।रील बनाने का बढ़ता क्रेज अब खतरनाक मोड़ ले चुका है। लोग बाजार-मॉल से लेकर पूजा-स्थल तक हर जगह सबसे पहले मोबाइल कैमरा ऑन कर लेते हैं, और यही लापरवाही मंगलवार रात एक बच्चे पर भारी पड़ गई। मोहद्दीपुर स्थित एक मॉल में छह वर्षीय बच्चा तीसरी मंजिल से नीचे गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि उसकी मां और मौसी उसी वक्त रील बनाने और सेल्फी लेने में व्यस्त थीं।

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मॉल प्रबंधन के अनुसार बच्चा पहले भी पहली मंजिल पर फर्श पर फिसला था, लेकिन उसकी मां नीचे से ही रील शूट करने में लगी थीं। जैसे ही परिवार तीसरी मंजिल पर पहुंचा, बच्चे पर से ध्यान हटते ही वह बैलेंस खो बैठा और सीधे नीचे जा गिरा। साइट पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत बच्चे को अस्पताल पहुंचाया।

घायल बच्चे के पिता अनिकेत पांडेय ने बताया कि बच्चा अब खतरे से बाहर है, लेकिन उसके बाएं हाथ का ऑपरेशन किया जा रहा है। मॉल के जीएम और सिक्योरिटी अफसर अस्पताल पहुंचे और हर संभव मदद का भरोसा दिया। घटना के बाद बच्चे की मां साक्षी सदमे में हैं और बार-बार बेहोश हो रही हैं।

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रील के नशे में लापरवाही बढ़ी, हादसों की संख्या भी

यह पहली घटना नहीं है। रील बनाने के चक्कर में सड़क, रेलवे ट्रैक, ऊंची इमारतों और सार्वजनिक स्थलों पर लगातार हादसे बढ़ रहे हैं। सोशल मीडिया पर कुछ सेकंड की लोकप्रियता के लिए लोग अपनी और दूसरों की सुरक्षा तक दांव पर लगा रहे हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि पहचान और कमाई की चाह में युवा ही नहीं, बड़ी संख्या में महिलाएं भी ब्लॉग और रील बना रही हैं, लेकिन कैमरे की इस अंधी दौड़ में परिवार और बच्चों पर से ध्यान हटना कई बार जानलेवा साबित हो रहा है।

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मॉल हादसे ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि सोशल मीडिया का क्रेज जब जिम्मेदारी से ऊपर हो जाए, तो उसका अंजाम बेहद दर्दनाक हो सकता है।