लालकुआं: बिन्दुखत्ता निवासी अशोक चक्र विजेता शहीद मोहन नाथ गोस्वामी को उनकी 10वीं पुण्यतिथि पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई। क्षेत्रवासियों और पूर्व सैनिकों ने उनकी समाधि पर पुष्प चक्र अर्पित कर उनकी शहादत को नमन किया।
वीरता और सर्वोच्च सम्मान
मोहन नाथ गोस्वामी ने 3 सितंबर 2015 को कश्मीर घाटी में लश्कर के 10 आतंकियों को ढेर करने वाली टीम का हिस्सा बनकर अदम्य साहस का परिचय दिया था। अपने दो साथियों की जान बचाते हुए, वे वीरगति को प्राप्त हो गए थे। उनकी इस असाधारण वीरता के लिए उन्हें मरणोपरांत देश के सर्वोच्च शांतिकाल वीरता सम्मान अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था। इस दौरान उनकी पत्नी भावना गोस्वामी और बेटी भूमिका गोस्वामी सहित कई पूर्व सैनिक और सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिन्होंने उन्हें याद करते हुए अपनी भावनाएं व्यक्त कीं।
शहीद के नाम पर स्टेडियम का वादा अधूरा
शहीद को श्रद्धांजलि देने के साथ ही, उनके परिजनों और पूर्व सैनिक संगठन ने राज्य सरकार के प्रति गहरी नाराजगी भी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सरकार ने शहीद मोहन नाथ गोस्वामी के नाम पर स्टेडियम बनाने का जो वादा किया था, वह 10 साल बाद भी पूरा नहीं हुआ है। भूतपूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष कैप्टन खिलाफ सिंह दानू ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही स्टेडियम का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया, तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे।



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