हरिद्वार जिले के खानपुर थाना क्षेत्र में 23 मई रात को सोते हुए व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड का पुलिस ने आज 26 मई को खुलासा कर दिया है. पुलिस के मुताबिक हत्यारोपी कोई और नहीं, बल्कि मृतक का बेटा ही निकला. आरोपी को पिता का रोकना-टोकना पसंद नहीं था, इसलिए उसने अपने पिता की गोली मारकर हत्या कर दी थी. हत्या का खुलासा हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने किया.
हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि 23 मई देर रात को खानपुर थाना क्षेत्र के ग्राम हस्तमौली निवासी मलखान (पुत्र स्वर्गीय महेन्द्र सिंह) की सोते हुए गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. मलखान के बेटे सौरभ ने 112 नंबर पर पुलिस को हत्याकांड की सूचना दी थी. सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और घटनास्थल का मुआयना किया. मौके पर मलखान मृत पड़ा हुआ था. मलखान के सीने में गोली मारी गई थी.
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस को पूछताछ के दौरान जानकारी मिली कि मलखान को शराब पीने की लत थी. मलखान का बड़ा बेटा सूरज घर पर ही रहता था और अधिकतर मोबाइल पर अपना समय बिताता था. आरोप है कि सूरज मोबाइल पर लड़कियों से बात भी किया करता था, जिस वजह से अक्सर मलखान अपने बेटे सूरज को डांटता भी था.
आरोप है कि सूरज अपने पिता मलखान की टोका-टोकी का काफी नाराज था. पुलिस के मुताबिक आरोपी ने बताया कि उसके पिता खुद तो कुछ काम धंधा करते नहीं थे, जबकि उसकी मां दिहाड़ी मजदूरी पर जाती थी. इसी वजह से उसका अपने बाप के साथ अक्सर विवाद होता रहता था. 23 मई को भी मलखान और उसके बेटे सूरज के बीच किसी बात को लेकर मामूली विवाद हुआ था. झगड़े के बाद मलखान चारपाई पर सोया था, तभी मौका देखकर 19 साल के सूरज ने अपने पिता को सोते हुए गोली मार दी. पिता के सीने में गोली उतारने के बाद सूरज चुपचाप अपने बिस्तर पर लेट गया था.
पुलिस ने बताया कि घर पर मलखान की पत्नी और छोटा बेटे भी थे, जो गहरी नींद में सो रहे थे. गोली की आवाज से हल्की सी हलचल हुई, परंतु कुछ स्पष्ट नहीं होने के कारण मां और छोटा बेटा फिर से सो गए थे. पुलिस के अनुसार सुबह चार बजे जब पत्नी उठाने गई तो देखा कि मलखान खून से लथपथ अवस्था में मृत पड़ा है.
हरिद्वार एसएसपी के मुताबिक पुलिस को पहले दिन से ही सूरज की हरकतें कुछ संदिग्ध लग रही थी. इसलिए पुलिस ने सूरज को हिरासत में लेकर पूछताछ की. पहले तो सूरज पुलिस को इधर-उधर की बातों में घुमाता रहा, लेकिन जब पुलिस ने सख्ती दिखाई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
पुलिस के मुताबिक, सूरज ने बताया कि वो अपने पिता की रोज-रोज की डांट से परेशान था. इसी कारण उसने अपने पास मौजूद 12 बोर के तमंचे से हत्या कर दी और हत्या के बाद तमंचे को पास ही गन्ने के खेत में फेंक दिया. पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर तमंचा बरामद कर लिया है.












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