पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के बाद भारत सरकार काफी आक्रामक हो गई है। पहलगाम हमले में 28 निर्दोष नागरिक मारे गये। भारत सरकार ने कई नीतिगत फैसले लेकर पाकिस्तान के लिए दुविधा पैदा कर दी है।
सिंधु जल संधि स्थगित कर दी गई है। पाकिस्तान को डर है कि भारत किसी भी समय हमला कर देगा। अब भारत ने आक्रामक रुख अपना लिया है। सीमा के पास कई बड़े फैसले लिए जाने लगे हैं।
भारत-पाकिस्तान सीमा पर काफी हलचल चल रही है। दोनों देशों की सेनाएं अलर्ट पर हैं। इस बीच, सीमा के आसपास के कुछ होटलों को खाली कराने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। ऐसी चर्चा है कि भारत-पाकिस्तान के बीच कभी भी युद्ध छिड़ सकता है। इसलिए कहा जा रहा है कि स्थानीय प्रशासन ही यह निर्णय लेगा।
बताया जा रहा है कि नियंत्रण रेखा के पास स्थित सभी होटल खाली करा लिए गए हैं। यह निर्णय भारत-पाकिस्तान तनाव की पृष्ठभूमि में लिया गया है। कहा जा रहा है कि यह निर्णय एहतियात के तौर पर लिया गया है। भारत ने पाकिस्तान को शर्मिंदा करने के लिए कई फैसले लिए हैं। सिंधु जल संधि स्थगित कर दी गई है। वाघा सीमा बंद कर दी गई है।
पहलगाम हमले के पीछे ISI का हाथ, NIA रिपोर्ट में क्या है?
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) पहलगाम हमले की जांच कर रही है। शुरुआती जांच में कई जानकारियां सामने आई हैं। यह खुलासा हुआ है कि पहलगाम हमले में पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, आईएसआई और पाकिस्तानी सेना शामिल थी।
पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में थे। वहां से वे अपने संचालकों के संपर्क में थे। इन आतंकवादियों को पाकिस्तान से निर्देश मिल रहे थे। यह बात सामने आई है कि उन्हें इस कृत्य के लिए पाकिस्तान से ही धन मुहैया कराया गया था।
क्या भारत के डर से पाकिस्तान में तख्तापलट हुआ?
भारत द्वारा पाकिस्तान पर हमला किये जाने की आशंका के कारण पाकिस्तान में तख्तापलट की संभावना है। ऐसा कहा जाता है कि सरकार पर पाकिस्तानी सेना का प्रभाव बढ़ गया है। कहा जा रहा है कि भारत के डर से ही पाकिस्तान में सभी बड़े फैसले सेना ले रही है। पाकिस्तानी सेना और सरकार के बीच तनाव की खबरें हैं। आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद असीम मलिक को प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद की जिम्मेदारी दी गई है।
ऐसा कहा जा रहा है कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर देश छोड़कर भाग गए हैं। कहा जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख अपने परिवार के साथ देश छोड़कर चले गए हैं। उसके रावलपिंडी स्थित सेना मुख्यालय में छिपे होने की भी चर्चा है। भारत द्वारा उठाए गए आक्रामक कदमों से पाकिस्तान में भय का माहौल है।
एनआईए जांच में बड़ा खुलासा
पिछले सप्ताह टीआरएफ आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर कायराना हमला किया था। इसमें 28 पर्यटकों की मौत हो गई है। इस मामले से पूरे देश में गुस्से की लहर फैल गई है। भारत ने पाकिस्तान के लिए दुविधा पैदा करने हेतु कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इस बीच, एनआईए पहलगाम हमले की जांच कर रही है। एनआईए की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।
एनआईए द्वारा की गई जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। घटनास्थल पर की गई जांच के दौरान पता चला कि आतंकवादी बैसरन घाटी में नहीं बल्कि अन्य स्थानों पर खून-खराबा करना चाहते थे। हालाँकि, आखिरी समय में उन्होंने अपना लक्ष्य बदल दिया और बैसरन घाटी में पर्यटकों पर हमला कर दिया। हमले से दो दिन पहले आतंकवादी बैसरन घाटी में मौजूद थे।












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