कमर के आसपास जमा फैट बन सकता है पीठ के दर्द का कारण, तेजी से बेली फैट कम करेंगी ये 5 हेल्दी आदतें

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एक नयी स्टडी में यह बताया गया है कि जिन लोगों को बार-बार शरीर में दर्द की शिकायत रहती है उन्हें अपनी बढ़ी हुई तोंद या बेली फैट को कम करने के प्रयास करने चाहिए।

इस स्टडी में कहा गया है कि बेली फैट की वजह से लोगों को शरीर में जहां अलग-अलग तरह की समस्याएं हो सकती हैं। वहीं, उन्हें पीठ और कमर में तेज दर्द की शिकायत भी हो सकती है।

ओपन-एक्सेस जर्नल रीजनल एनेस्थीसिया एंड पेन मेडिसिन में प्रकाशित इस स्टडी में बेली फैट या पेट के आसपास जमा फैट कम करने से क्रोनिक मस्कुलोस्केलेटल पेन से आराम मिल सकता है।

क्या है क्रोनिक मस्कुलोस्केलेटल पेन? (chronic musculoskeletal pain)

यह बदन दर्द से जुड़ी एक प्रकार की समस्या है जो महिलाओं में बहुत अधिक देखी जाती है। उनके शरीर के अलग-अलग हिस्सों में दर्द की शिकायत रहती है। आंकड़ों के अनुसार, दुनियाभर में लगभग 1.71 बिलियन लोग और मस्कुलोस्केलेटल दर्द से प्रभावित है। यह दर्द हड्डियों और जॉइंट्स के अलावा लिगामेंट, टेंडन और मसल्स में हो सकता है।

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यह स्टडी में ऑस्ट्रेलिया की तस्मानिया और मोनाश यूनिवर्सिटी द्वारा की गयी। इस स्टडी के परिणामों में बताया गया कि इससे पहले की सभी स्टडीज में बताया गया कि शरीर का अधिक वजन या मोटापा मस्कुलोस्केलेटल का मुख्य कारण है। जबकि, नयी स्टडी में यह पता चलता है कि शरीर में जमा फैट की वजह से भी दर्द हो सकता है।

शोधकर्ताओं का कहना है कि कमर और पेट के आसपास अधिक मात्रा में फैट जमा होने से क्रोनिक मस्कुलोस्केलेटल पेन की समस्या हो सकती है। स्टडी से ये भी पाया गया, निष्कर्षों से पता चला कि महिलाओं में मोटापेकी वजह सेे दर्द की शिकायत पुरुषों की तुलना में दो गुना अधिक थीं।

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बेली फैट कम करने के लिए अपनाएं ये हेल्दी आदतें

बेली फैट को कम करने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करने की जरूरत तो होती ही है साथ ही फैट घटाने में आपकी डाइट की भी भूमिका महत्वपूर्ण होती है। इसीलिए बैली फैट कम करने के लिए आपको अपनी पूरी लाइफस्टाइल में बड़े बदलाव करने की जरूरत पड़ती है। बेली फैट कम करने के लिए आप ये काम कर सकते हैं-

अपनी रोज की डाइट में फाइबर से भरपूर फूड्स शामिल करें। सब्जियां, फल और साबुत अनाज खाएं।

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तली हुई और तेल-मसाले वाली चीजें कम खाएं।

सावधानी से चुनें अपना कूकिंग ऑयल। ऐसे कुकिंग ऑयल में खाना ना बनाएं जिसमें ट्रांस फैट पाया जाता हो। क्योंकि इससे आपका मोटापा बढ़ सकता है।

रोजाना एक्सरसाइज करें। कार्डियो और वेट ट्रेनिंग जैसी एक्सरसाइजेस करते समय अपने पेट और कमर पर फोकस करें।

रोजाना सुबह या शाम में वॉक करें।

स्ट्रेस को मैनेज करें। तनाव के कारण लोग स्ट्रेस इटिंग भी करते हैं जो मोटापे का एक बड़ा कारण है।

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