जहर खाने के बाद भाई को फोन कर बहन बोली सब लोग सुसाइड कर लिए, जाने दर्दनाक हादसा

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भैया ! सब खत्म हो गया..। सब लोग सुसाइड कर लिए। यह अंतिम वाक्य उस बहना की थी जिसने मरने से पहले अपने बड़े भाई अमित गुप्ता से मोबाइल पर बात करते हुए कही थी।

तब अमित दिल्ली में थे। उन्हें सहसा यकीन नहीं हो रहा था कि उसकी बहन अचानक से यह क्या बोल रही है। इसके पहले उसने अपने छोटे भाई प्रिंस को फोन किया, जवाब मिला- सब ठीक है। शायद छोटे भाई हिम्मत नहीं जुटा सके, जो छोटी बहन की जुबां से निकली। एक साथ अपने माता-पिता, तीन बहन व एक भाई को हमेशा के लिए खोने वाले बड़े भाई अमित गुप्ता को यह सब कहते हुए आंखे नम हो रही थी। फिर भी वह हिम्मत करके अपनी वेदना मीडिया के समक्ष रख रहे थे। बता दें क‍ि सूदखोरों से तंग आकर एक ही परि‍वार के 6 लोगों ने जहर खाकर जान दे दी।

एक साथ जली सभी चिताएं, हर आंख हुई नम

दिल्ली से नवादा पहुंचकर बड़े बेटे अमित कुमार गुप्ता ने शुक्रवार की सुबह करीब नौ बजे अपने पिता केदार लाल गुप्ता समेत सभी छह परिवार के सदस्यों को मुखाग्नि दी। शहर से करीब ढाई किमी. दूर मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले खुरी नदी के तट पर सभी छह चिताओं को एक साथ आम की लकड़ी पर सजाया गया। मुखाग्नि से पहले नाई ने नियमानुसार अमित का सिर मुंडन क्रिया की। इसके बाद मुखाग्नि दी गई। इस दौरान वहां उपस्थित हर किसी की आंखें नम थी। संभवत: पहली बार एक ही परिवार की छह चिताएं यहां एक साथ जली। अंतिम संस्कार के समय नगर थाना के इंस्पेक्टर अरूण सिंह, समाजसेवी आरपी साहू, चाचा शंभुनाथ लाल गुप्ता, बहन गूंजा कुमारी, सुरेश साव, समाजसेवी कमलेश सैनी समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे।

सूदखोर भाई-बहन को उठाने की दे रहे थे धमकी

अमित गुप्ता ने कहा कि सूदखोर पूरे परिवार को लगातार टार्चर कर रहे थे। परिवार से बातचीत होती थी उससे पता चला कि सूदखोर उसके भाई-बहन को उठाने की धमकी दे रहे थे। पिता से जब बात हुई थी तो मैनें कहा था कि आप दिल्ली चले आईए। लेकिन वह ऐसा नहीं करके पूरे परिवार समेत जीवन लीला ही समाप्त कर लिए। उसने कहा कि पिता से बात हुई थी। उन्होंने कहा था कि 10-12 लाख का कर्ज हो गया है। सूदखोर परेशान कर रहे हैं। पूरे मामले में बेटा ने कहा कि जो भी दोषी हैं वह बचना नहीं चाहिए। सजा होनी चाहिए।