नेता जी ने फर्जी हस्ताक्षर कर अपने रिश्तेदारों की ही हड़प ली जमीन,वरिष्ठ भाजपा नेता सहित उनके परिवार के छः लोगो पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज

खबर शेयर करें -

राजू अनेजा, काशीपुर। काशीपुर में अपने ही रिश्तेदारों के साथ धोखा घड़ी कर फर्जी हस्ताक्षर के जरिए ज़मीन हड़पने का सनसनीखेज मामला सामने आया है पुलिस ने
न्यायलय के आदेश पर कार्रवाई करते हुए भाजपा नेता और रामलीला कमेटी के मंत्री अनूप अग्रवाल और उनके भाइयों समेत परिवार की तीन महिलाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। भाजपा नेता सीएम धामी के करीबी बताए जा रहे हैं वही मुकदमा दर्ज कराने वाली महिला भी नेता जी की करीबी रिश्तेदार बताई जा रही है।

बताते चलें कि काशीपुर के चामुंडा विहार निवासी पुष्पा अग्रवाल पत्नी स्व. महेश कुमार अग्रवाल ने अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के न्यायालय में प्रार्थना पत्र देकर कहा कि उसके पति महेश कुमार अग्रवाल एवं केशव सरन अग्रवाल दोनों सगे भाई एक ही परिवार के सदस्य थे। उसके पति का लगभग 11 वर्ष पूर्व स्वर्गवास हो चुका है। केशव शरण अग्रवाल उसके पति के सगे बड़े भाई थे जो कि समाज के एक प्रभावशाली व्यक्ति रहे हैं। जिनका स्वर्गवास 29 सितंबर 2021 को हो गया है। स्व. केशव सरन अग्रवाल घर के बड़े कार्यकर्ता थे तथा परिवार में उनका दबदबा रहता था। परिवार का प्रबन्धन केशव सरन किया करते थे। उसके पति 4.9020 हैक्टर भूमि ग्राम कचनाल गुसाई के सहखातेदार काबिज चले आते रहे हैं। उनकी मृत्यु के पश्चात पीड़िता उक्त भूमि के सहखातेदार होती है। 20 जून 2021 को जब वह (पुष्पा अग्रवाल) अपनी जमीन को बेचने हेतु खतौनी आदि कागजात लेने तहसील गयी तो पता चला कि उसके हिस्से की शेष सात एकड़ भूमि फर्जी तरीके से अपने पुत्र एवं पुत्रवधुओं के नाम बिना उसके पति स्व. महेशचन्द्र अग्रवाल की राय से उनके स्थान पर किसी अन्य व्यक्ति को खड़ा करके तथा स्वयं एवं अपनी पत्नी उर्मिला अग्रवाल को गवाह के रूप मे खड़ा करके उक्त भूमि को अलग अलग ग्यारह बैनामे रजिस्टर्ड करवा कर अपने नाम करवा लिये। रजिस्ट्रार कार्यालय से अपने अधिवक्ता के माध्यम से उक्त बैनामों की खोजबीन करवाई तो 26 जून 2021 को उक्त बैनामे की प्रतिलिपियां उसको अपने अधिवक्ता के माध्यम से प्राप्त हुई।

यह भी पढ़ें 👉  ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर जय हिंद’ रैली, निकालने जा रही उत्तराखंड कांग्रेस, कुमाऊं की आर्थिक राजधानी हल्द्वानी से 1 जून को होगी शुरू

सभी बैनामों पर अभियुक्तों ने हमसाज होकर उसके पति की सम्पत्ति को हड़पने के इरादे से फर्जी हस्ताक्षर कर एवं अंगूठे लगाकर बैनामे करवाये गये हैं, जबकि उक्त बैनामों से सर्किल रेट से कहीं कम कीमत दर्शायी गयी है तथा आबादी की भूमि को खेती की भूमि दर्शाया गया है जिससे सरकारी स्टाम्प की चोरी भी किया जाना दर्शाता है।

यह भी पढ़ें 👉  ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर जय हिंद’ रैली, निकालने जा रही उत्तराखंड कांग्रेस, कुमाऊं की आर्थिक राजधानी हल्द्वानी से 1 जून को होगी शुरू

अभियुक्त अजय अग्रवाल, अनूप अग्रवाल पुत्रगण स्वर्गीय केशव शरण अग्रवाल, प्रीति अग्रवाल पत्नी अजय अग्रवाल, अर्चना अग्रवाल पत्नी अतुल अग्रवाल, उर्मिला अग्रवाल पत्नी केशव शरण अग्रवाल, अतुल अग्रवाल पुत्र स्वर्गीय केशव शरण अग्रवाल ने हमसाज होकर बैनामे करवाये गये हैं। बैनामों में किसी भी स्वतंत्र साक्षी के हस्ताक्षर नही कराये गये हैं। जिससे यह स्पष्ट है कि अभियुक्तगण ने उक्त बैनामों में उसके पति के स्थान पर किसी अन्य व्यक्ति को खड़ा करके निष्पादित करवा लिये हैं। पीड़िता ने इस मामले में 18 अगस्त 2021 को काशीपुर पुलिस को तहरीर दी। इसके बाद 10 सितंबर 2021 को एक प्रार्थना पत्र एसएसपी तथा अन्य पुलिस अधिकारियों को दिया गया, किन्तु पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गयी, जिसके बाद पीड़िता ने न्यायलय की शरण ली। न्यायालय ने प्रार्थना पत्र का संज्ञान लेते हुए कोतवाली पुलिस को इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच के आदेश दिए। कोर्ट के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।