देहरादून: देहरादून जिले के त्यूणी तहसील के भूठ गांव से रविवार सुबह एक बेहद दर्दनाक खबर सामने आई। ग्रामीणों ने एक कमरे से एलपीजी गैस की तेज गंध महसूस की, जिसके बाद दरवाजा तोड़कर अंदर देखने पर तीन राजमिस्त्री बेहोश पाए गए। आशंका है कि गैस रिसाव के कारण दम घुटने से उनकी मौत हुई है।
tragically मृतकों की पहचान
मृतक पिछले कई दिनों से भूठ गांव में मकानों के निर्माण और मरम्मत का काम कर रहे थे।
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प्रकाश (डिरनाड गांव, सगा भाई)
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संजय (डिरनाड गांव, सगा भाई)
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संदीप (पट्यूड गांव)
🚪 घटना का रहस्य और अंदर का दृश्य
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संदेह: रविवार सुबह जब तीनों ने अपना कमरा नहीं खोला, तो ग्रामीणों को संदेह हुआ। कमरे के बाहर खड़े लोगों को अंदर से तेज एलपीजी गैस की गंध आ रही थी।
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प्रशासनिक कार्रवाई: नायब तहसीलदार सरदार सिंह राणा के नेतृत्व में तहसील प्रशासन की टीम मौके पर पहुँची। कमरा अंदर से बंद होने के कारण दरवाजा तोड़कर प्रवेश करना पड़ा।
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दृश्य: कमरे में प्रवेश करने पर तीनों अचेत अवस्था में मिले। उनके मुँह से झाग निकल रहा था, और गैस की तीव्र गंध फैली हुई थी।
🔬 प्रारंभिक जांच
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सिलेंडर की स्थिति: जाँच में पाया गया कि कमरे में रखा गैस सिलेंडर पूरी तरह खाली हो चुका था, जबकि ग्रामीणों के अनुसार सिलेंडर तीन-चार दिन पहले ही भरा गया था।
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प्रारंभिक निष्कर्ष: प्रशासन प्रथम दृष्टया इस घटना को गैस लीकेज से हुई दम घुटने की वजह से मौत मान रहा है।
प्रशासन ने तीनों शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं। घटना से पूरे इलाके में शोक की लहर फैल गई है, खासकर इसलिए क्योंकि मृतक प्रकाश और संजय सगे भाई थे। मौत के वास्तविक कारण की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी।
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