लालकुआं: निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर में 60 मरीज मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए चयनित, भीड़ उमड़ी

खबर शेयर करें -

लालकुआं, नैनीताल: जनपद नैनीताल में मंगलवार को आयोजित हुए एक निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। सामाजिक संस्था माधवी फाउंडेशन और प्रभु नेत्रालय, रुद्रपुर के संयुक्त तत्वावधान में सिंगल फार्म स्थित पर्वतेश्वर महादेव मंदिर परिसर में यह शिविर सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक चला। शिविर में 150 से अधिक नागरिकों ने अपनी आँखों की जाँच करवाई, वहीं 60 मरीजों को मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए चयनित किया गया।


 

फेको तकनीक से होंगे निशुल्क ऑपरेशन

 

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड: UPCL के जूनियर इंजीनियर पर पत्नी के नाम पर कंपनी बनाकर स्मार्ट मीटर का काम लेने का आरोप

शिविर की खास बात यह रही कि सभी चयनित ऑपरेशन फेको तकनीक के माध्यम से किए जाएँगे, जो बिना चीरा, बिना टांके और बिना दर्द के होती है। शिविर में आए मरीजों को डॉक्टरों की टीम द्वारा निशुल्क दवाइयाँ भी वितरित की गईं।

इसके अतिरिक्त, आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत पात्र मरीजों का मौके पर ही पंजीकरण भी किया गया, जिससे उन्हें भविष्य में निशुल्क ऑपरेशन का लाभ मिल सके। इस पूरे आयोजन में मरीजों से किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया गया और यह पूरी तरह से स्ववित्तपोषित रहा।

यह भी पढ़ें 👉  चमोली: गौचर में दुखद हादसा, लोडिया गधेरे में नहाते समय दो बच्चों की डूबने से मौत

 

माधवी फाउंडेशन के प्रयास सराहनीय

 

माधवी फाउंडेशन के अध्यक्ष पीयूष जोशी ने बताया कि उनकी संस्था अब तक 150 से अधिक नेत्र चिकित्सा शिविर आयोजित कर चुकी है और 3000 से अधिक लोगों को रोशनी देने का काम सफलतापूर्वक कर चुकी है।

क्षेत्रवासियों ने इस शिविर के आयोजन पर हर्ष व्यक्त करते हुए संस्था के प्रयासों की मुक्त कंठ से सराहना की। स्थानीय नागरिकों ने कहा कि इस तरह के चिकित्सा शिविर ग्रामीण और निम्न आय वर्ग के लोगों के लिए वरदान साबित होते हैं। आयोजकों ने बताया कि भविष्य में भी ऐसे शिविरों का आयोजन किया जाता रहेगा ताकि अधिक से अधिक जरूरतमंद नागरिकों को लाभ पहुंचाया जा सके।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड में आज भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट: देहरादून और बागेश्वर में चेतावनी, 67 सड़कें बंद

क्या आपके क्षेत्र में भी इस तरह के निशुल्क चिकित्सा शिविरों का आयोजन होता है, और क्या आप उन्हें उपयोगी पाते हैं?