नैनीताल : पूजा में शामिल होने घर जा रहे थे दो भाई, बाइक हुई पंचर तो बैठे पिकअप में लेकिन हादसे में गई दोनों की जान
छीड़ाखान मोटर मार्ग हादसे में 25 साल के शिवराज और 20 वर्षीय नरेंद्र उर्फ नरेश की भी मौत हो गई। दोनों सगे भाई थे। बाइक से घर गए थे लेकिन टायर पंक्चर होने से बाइक पिकअप कैंपर के पीछे लाद खुद भी सवार हो गए।
सोचा कि खनस्यू पहुंचने पर बाइक नीचे उतार पंक्चर ठीक कराएंगे। लेकिन बदहाल सड़क ने उन्हें खाई में पहुंचा दिया।
अधौड़ा निवासी समाजसेवी डूंगर सिंह मेहरा ने बताया कि बुधवार को गांव में पूजा थी इसलिए हल्द्वानी व आसपास रहने वाले ग्रामीण भी पहुंचे थे। शिवराज व नरेंद्र उर्फ नरेश बाइक से आए थे। पिता कुंवर सिंह साधारण से काश्तकार हैं। परिवार आर्थिक तौर पर ज्यादा मजबूत नहीं है। शिवराज व नरेश हल्द्वानी में पढ़ाई के साथ नौकरी भी करते थे। तीसरे भाई का नाम गौरव है।
डूंगर के अनुसार, पूजा के दिन गांव में सभी से मुलाकात हुई थी। शुक्रवार को दोनों भाई बाइक से ही वापसी करते लेकिन टायर पंक्चर होने के कारण असमंजस में पड़ गए। पंक्चर सही करने की दुकान खनस्यू से पहले नहीं है। इसलिए पिकअप (कैंपर) में सवार होकर पीछे बाइक भी लाद दी। दोनों के लिए शुरू से यह मजबूरी की सवारी थी, जो उन्हें मौत के सफर की तरफ खींचती चली गई।
परिवार को खो चुका योगेश मौत से जंग लड़ रहा
पहाड़ के सीधे-सादे परिवारों की दुनिया सड़क हादसे ने उजाड़ दी। डालकन्या निवासी तुलसी प्रसाद पनेरू अपनी पत्नी रमा देवी और बेटे तरुण व योगेश संग कैंपर में सवार थे। हादसे में तीन की मौत हो गई। नौ साल के योगेश को गंभीर हालत में एसटीएच लाया गया है। सूचना मिलने पर सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह ने अस्पताल पहुंच चिकित्सकों से उपचार को लेकर वार्ता की। योगेश को फिलहाल पीआइसीयू (पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट) में भर्ती किया गया है। उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
गड्ढे, झाड़ी… मोड़ की हालत और खराब
डूंगर सिंह मेहरा ने बताया गुरुवार शाम इसी रास्ते वह हल्द्वानी लौटे थे। जगह-जगह गड्ढे और किनारों पर झाड़ियां उगी हैं। मोड़ों की स्थिति और खराब है। कई बार अधिकारियों से कहा गया लेकिन किसी को कोई मतलब नहीं है।
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