महाकुंभ भगदड़ के बाद जिसे मरा हुआ समझा, अपनी ही तेरहवीं पर अचानक घर पर पहुंचे शख्स को देख सभी रह गए दंग

खबर शेयर करें -

राजू अनेजा,प्रयागराज।महाकुंभ 2025 के मौनी अमावस्या के स्नान पर्व पर संगम में हुई भगदड़ के बाद लापता हुए खूंटी गुरु, जिन्हें मृत मानकर उनकी तेरहवीं की तैयारी की जा रही थी, अचानक अपने घर लौट आए। उनके इस चमत्कारी लौटने से पूरे इलाके में खुशी की लहर दौड़ गई और तेरहवीं का आयोजन रद्द कर दिया गया।

खूंटी गुरु की अचानक वापसी

खूंटी गुरु 28 जनवरी को संगम स्नान के लिए गए थे। वहीं, भगदड़ के दौरान वे लापता हो गए थे। कई दिन तक उनका कोई सुराग न मिलने के बाद मोहल्ले वालों ने उन्हें मृत मान लिया था। परिवार का कोई सदस्य न होने के कारण मोहल्ले के लोग उनकी मदद करते थे। तेरहवीं की तैयारी में 13 ब्राह्मणों को भोज कराने की योजना बनाई गई थी, लेकिन तभी खूंटी गुरु अचानक घर लौट आए। उन्होंने ई-रिक्शा से उतरकर अपने घर की ओर कदम बढ़ाए। यह देख मोहल्ले में खलबली मच गई और तेरहवीं का कार्यक्रम तुरंत रद्द कर दिया गया।

यह भी पढ़ें 👉  बाली के दो टूक! सिर्फ निगम नहीं, अब हर नागरिक को निभानी होगी जिम्मेदारी, सौ दीपक बाली भी अकेले इस शहर को नहीं चमका सकते

कांग्रेस नेता अभय अवस्थी ने सोशल मीडिया पर इस घटना को साझा करते हुए बताया कि खूंटी गुरु अकेले रहते थे और जीरो रोड बस अड्डे के पास दोनों वक्त भोजन और नाश्ता करते थे। परिवार के न होने की वजह से उन्हें मोहल्ले के लोग ही सपोर्ट करते थे। खूंटी गुरु की वापसी से पूरे क्षेत्र में राहत और खुशी का माहौल है।

यह भी पढ़ें 👉  "ड्रग्स फ्री उत्तराखण्ड” की ओर कुमायूँ पुलिस का ऐतिहासिक कदम , IG रिद्धिम अग्रवाल के नेतृत्व में रिकॉर्ड 914 किलो मादक पदार्थों का निस्तारण

परिवार न होने के बावजूद मोहल्ले का समर्थन

कांग्रेस नेता अभय अवस्थी ने कहा कि खूंटी गुरु की वापसी ने पूरे मोहल्ले को राहत दी है। उनका परिवार नहीं है, लेकिन मोहल्ले के लोग हमेशा उनकी मदद करते रहे हैं। खूंटी गुरु के घर लौटने की खबर ने मोहल्ले में सबको चौंका दिया। यह घटना महाकुंभ के दौरान एक चमत्कार के रूप में देखी जा रही है। उनके परिवार की तेरहवीं की तैयारियों के दौरान अचानक उनकी वापसी ने पूरे क्षेत्र को आश्चर्यचकित कर दिया।

संगम में डूबे श्रद्धालुओं की तलाश जारी

महाकुंभ के इस स्नान पर्व के दौरान, जहां एक तरफ खूंटी गुरु की वापसी से राहत मिली, वहीं दूसरी तरफ संगम में डूबे दो श्रद्धालुओं की तलाश अभी भी जारी है। ये श्रद्धालु उत्तराखंड के देहरादून से आए थे और स्नान के बाद नाव में सवार होते समय पानी में गिर गए थे। जल पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी के जवानों ने बुधवार को कई घंटों तक सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिल पाई है।

अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए -

👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड में आज भी भारी बारिश का अलर्ट, चारधाम यात्रा पर असर

👉 हमारे फेसबुक पेज़ को लाइक करें

👉 हमारे टेलीग्राम चैनल से जुड़ें