केदारघाटी में भालू का आतंक: न्यालसू गाँव में 3 दिन में दूसरी घटना, 55 वर्षीय व्यक्ति गंभीर रूप से घायल

खबर शेयर करें -

रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले की केदारघाटी स्थित न्यालसू गाँव में भालू का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले तीन दिनों के भीतर भालू के हमले की यह दूसरी घटना है, जिसने स्थानीय लोगों में दहशत पैदा कर दी है।

⚠️ हमले का विवरण

  • पीड़ित: साढा तोक निवासी मंगल सिंह (55 वर्ष)।

  • घटना: बीती शाम मंगल सिंह अपनी गौशाला के पास खेतों में गए थे, तभी घात लगाकर बैठे भालू ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया।

  • चोट: भालू ने मंगल सिंह के सिर और जबड़े पर गहरे घाव कर दिए।

  • बचाव: शोर सुनकर ग्रामीण मौके पर दौड़े, जिसके बाद भालू जंगल की ओर भाग निकला।

  • उपचार: लहूलुहान मंगल सिंह को फाटा स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, जहाँ से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेस अस्पताल श्रीनगर रेफर कर दिया गया है।

यह भी पढ़ें 👉  कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में 6 साल बाद फिर शुरू हुई हाथी सफारी

😡 ग्रामीणों में आक्रोश और मांग

घटना के बाद केदारघाटी के ग्रामीणों में वन विभाग और सरकार के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है।

  • मुख्य शिकायत: स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में भालू का आतंक लगातार बढ़ रहा है, लेकिन विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा है।

  • दहशत: 3 दिन में यह दूसरी वारदात होने से अब लोग अपने घरों से बाहर निकलने में भी डर महसूस कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्यमंत्री धामी का औचक निरीक्षण: कोतवाल लाइन हाजिर, पुलिस महकमे में हड़कंप

🛠️ प्रशासन की कार्रवाई

हमले की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन सक्रिय हुआ:

  • निरीक्षण: जिलाधिकारी प्रतीक जैन के निर्देश पर एसडीएम ऊखीमठ अनिल शुक्ला, पुलिस और वन विभाग की टीम के साथ घटनास्थल पर पहुँचे।

  • गश्त: वन विभाग ने क्षेत्र में गश्त और वन्यजीव गतिविधियों की मॉनिटरिंग बढ़ा दी है।

  • पिंजरा लगाने के निर्देश: एसडीएम अनिल शुक्ला ने पुष्टि की है कि क्षेत्र में कल पिंजरा लगा दिया जाएगा, ताकि भालू को पकड़ा जा सके।

  • सलाह: ग्रामीणों को फिलहाल अकेले और अंधेरे में बाहर न निकलने की सलाह दी गई है।

यह भी पढ़ें 👉  शहर को गंदा करने वालो को महापौर की कड़ी चेतावनी, सुधर जाओ वरना कार्यवाही के लिए रहो तैयार