जेल में होने वाली नैनीताल दुग्ध संघ बोर्ड की बैठक से पहले दुग्ध संघ अध्यक्ष मुकेश बोरा का फिसला पैर,दर्द से करहा रहे मुकेश को सुशीला तिवारी अस्पताल में किया भर्ती
Before the Nainital Milk Union Board meeting to be held in jail, Milk Union President Mukesh Bora's foot slipped, Mukesh, who was groaning in pain, was admitted to Sushila Tiwari Hospital.
राजू अनेजा, लालकुआ।विधवा से दुष्कर्म और उसकी नाबालिग बेटी से छेड़छाड़ के आरोप में हल्द्वानी उप कारागार में बंद नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ का अध्यक्ष मुकेश बोरा जेल में फिसल कर गिर गया। गिरने से उसके पैर में पड़ी रॉड की पिन खिसक गई। दर्द से कराह रहे मुकेश को आनन-फानन में डॉ.सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय ले जाया गया। बताया जा रहा है कि मामला गंभीर नहीं है और जल्द ही मुकेश को अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी।
लालकुआं कोतवाली में पिछले वर्ष 1 सितंबर को मुकेश बोरा के खिलाफ दुष्कर्म और पॉक्सो की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। मुकेश पर दुग्ध संघ में काम करने वाली महिला ने आरोप लगाया था कि उसकी नौकरी पक्की करने के नाम पर मुकेश ने उसके साथ न सिर्फ दुष्कर्म किया, बल्कि उसकी नाबालिग बेटी से भी छेड़छाड़ की। 24 दिन की फरारी काटने के बाद मुकेश पुलिस के हत्थे चढ़ा और तभी से वह जेल में है। जेल अधीक्षक प्रमोद कुमार पांडेय ने बताया कि मुकेश बोरा के पैर का पहले आपरेशन हुआ था।
शनिवार को मुकेश जेल में फिसलकर गिर गया था, जिसकी वजह से उसके पैर में तेज दर्द हुआ। उसे फौरन ही डॉ.सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय भेजा गया। जहां चिकित्सकों ने उसके पैर का एक्सरे कराया। एक्सरे में सामने आया कि मुकेश के पैर में पहले से ही रॉड पड़ी थी। गिरने की वजह से उसके पैर में पड़ी रॉड की पिन खिसक गई है। बताया जा रहा है कि बुधवार को मुकेश बोरा जेल वापस लाया जा सकता है।
आज जेल में बोर्ड की बैठक लेने वाला था मुकेश बोरा
हल्द्वानी : जेल में बंद होने की वजह से नैनीताल दुग्ध संघ की बोर्ड बैठक नहीं हो सकी। इसको लेकर मुकेश बोरा के अधिवक्ता ने कोर्ट में एक प्रार्थना पत्र दिया था और कहा था कि दुग्ध संघों के सफल संचालन के लिए हर छह माह में बैठक जरूरी है। ऐसे में मुकेश को जेल से बाहर बैठक बैठक करने की अनुमति दी जाए। बैठक के लिए अधिवक्ता ने कुछ जगहों का नाम भी सुझाए थे।
जिसके बाद कोर्ट ने लालकुआं पुलिस से आख्या मांगी, लेकिन पुलिस ने जेल से बाहर बैठक पर आपत्ति जताई और बाहर बैठक होने पर मुकेश की जान को खतरा बताया। इसका संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने 27 जनवरी को बैठक का एजेंडा तय करने की अनुमति दी। कोर्ट ने पांच फरवरी की सुबह साढ़े 10 बजे से शाम 5 बजे तक उप कारागार हल्द्वानी में बैठक कराने का आदेश दिए। इसमें समिति के 11 सदस्य और सदस्य सचिव के अलावा लिपिक होंगे। बैठक का खर्च नैनीताल दुग्ध संघ उठाएगा। जेल अधीक्षक प्रमोद कुमार पांडेय ने बताया कि बैठक की तैयारी कर ली है। जेल अधीक्षक ने बताया कि संभवत: बुधवार को होने वाली बैठक से पहले मुकेश जेल में पहुंच जाएगा। जरूरत पड़ी तो बैठक के बाद फिर अस्पताल ले जाया जाएगा।
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