चेहरे पर दर्जनों घाव, हर तरफ खून. आखिर ट्रेन में महिला सिपाही के साथ उस रात क्या हुआ?
अयोध्या जिले में एक महिला सिपाही के साथ सरयू एक्सप्रेस में हुई जघन्य वारदात के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है, जिस प्रकार से सरयू एक्सप्रेस में महिला सिपाही के साथ ये वारदात हुई, उससे ट्रेन में महिलाओं की सुरक्षा पर एक बार फिर से सवाल खड़े हो गए हैं.
यात्रियों का कहना है कि जब पुलिस महकमा ही ट्रेन में सुरक्षित नहीं है, तो आम आदमी कैसे सुरक्षित रहेगा? वहीं इलाहाबाद हाईकोर्ट में रविवार की रात मामले की सुनवाई हुई. हाईकोर्ट ने सभी जिम्मेदारों से जवाब-तलब किया है. आज सभी को कोर्ट में पेश होकर जवाब देना है.
मामला बीते महीने 30 अगस्त का है. महिला सिपाही प्रयागराज जिले की रहने वाली है. इस समय उसकी तैनाती सुल्तानपुर जिले में है. महिला सिपाही की ड्यूटी सावन मेले में अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर पर रोज सुबह तीन बजे से दोपहर 5:40 तक लगी हुई थी. 28 अगस्त को वह किसी काम से सुल्तानपुर गई थी और 29 अगस्त की शाम वह सरयू एक्सप्रेस पकड़कर वापस ड्यूटी पर अयोध्या जा रही थी. सरयू एक्सप्रेस प्रयागराज से चलकर सुल्तानुपर होते हुए अयोध्या और मनकापुर तक जाती है.
सुल्तानपुर से अयोध्या ड्यूटी पर जा रही थी
ट्रेन में सो जाने के कारण महिला सिपाही अयोध्या के बजाय मनकापुर पहुंच गई. ट्रेन सुबह मनकापुर से चलकर वापस 4:30 बजे अयोध्या पहुंची. अयोध्या में यात्रियों ने जब खाली बोगी में महिला सिपाही को खून से लथपथ देखा तो रेलवे पुलिस को इसकी सूचना दी. सूचना मिलने पर पहुंची रेलवे पुलिस ने आनन-फानन में उसे श्रीराम चिकित्सालय पहुंचाया, जहां हालत गंभीर देख उसे दर्शन नगर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया. वहां भी स्थिति में सुधार न देखते हुए महिला सिपाही को लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया, जहां उसका इलाज चल रहा है.
CCTV कैमरा खंगाला, पर अयोध्या स्टेशन पर नहीं दिखी महिला सिपाही
घटना की गंभीरता को देखते हुए जीआरपी पुलिस अयोध्या जंक्शन पर लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच-पड़ताल की. हालांकि जांच के दौरान पुलिस को कहीं पर भी महिला सिपाही ट्रेन से उतरती दिखाई नहीं दी. ऐसे में आशंका व्यक्त की जा रही है कि उसके साथ अमानवीय कृत्य मनकापुर स्टेशन पर हुआ होगा. एसपी जीआरपी पूजा यादव ने भी मनकापुर स्टेशन पहुंचकर जांच-पड़ताल की. एसपी पूजा यादव ने कहा कि अभी हम जांच कर रहे हैं. महिला सिपाही को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है.
धारदार हथियार से किया गया था सिर पर वार
वहीं लखनऊ ट्रामा सेंटर में महिला सिपाही अभी बेहोश है. ट्रेन में यात्रा कर रहे चश्मदीदों ने बताया कि महिला सिपाही के कपड़े अस्त-व्यस्त थे. चेहरे पर किसी धारदार हथियार से वार किया गया था. गाल पर एक साइड कट का निशान था. सिर पर से भी खून निकल रहा था. आईब्रो भी कटी हुई थी. दर्शन नगर मेडिकल कॉलेज में शुरुआती जांच में सिर और चेहरे पर चोट के निशान मिले थे. करीब 15 टांके चेहरे पर लगे हैं. हालांकि महिला सिपाही के साथ गैंगरेप की वारदात हुई है या नहीं, ये अभी तक साफ नहीं हो पाया है. एसपी पूजा यादव का कहना है कि मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद ही चीजें स्पष्ट हो पाएंगी.
आज हाईकोर्ट में जिम्मेदारों को देना होगा जवाब
वहीं महिला सिपाही के भाई ने भी दुष्कर्म जैसी घटना से इनकार किया है. उनका कहना है कि कुछ मीडिया संस्थान गैंगरेप की खबरें चला रहे हैं, जो कि गलत है. इससे उनके परिवार की छवि को नुकसान पहुंच रहा है. अभी उनकी बहन की हालत बेहतर है. वहीं इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस प्रितिंकर दिवाकर ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया और रविवार रात 9 बजे मामले की सुनवाई की. चीफ जस्टिस ने सभी जिम्मेदारों से जवाब-तलब किया है. आज सभी को रिपोर्ट के साथ कोर्ट में पेश होना है.












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