हल्द्वानी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित तथाकथित ‘जय हिंद सभा’ को भारतीय सेना के सम्मान और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के नाम पर “सिर्फ एक राजनीतिक नौटंकी” करार दिया है। कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत और भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट ने रामपुर रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में आयोजित प्रेस वार्ता में यह बात कही।
कांग्रेस पर सेना के अपमान का आरोप:
भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि यह वही पार्टी है जिसने 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 के बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद सेना से सबूत मांगकर देश की सुरक्षा नीति पर संदेह जताया था। अब एक बार फिर वे सेना के पराक्रम पर राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस नेताओं के उन बयानों को भारतीय वायुसेना का अपमान बताया, जिनमें ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान राफेल लड़ाकू विमानों का मजाक उड़ाया गया था। भाजपा नेताओं ने इसे शहीदों और उनके परिवारों की पीड़ा का मजाक भी बताया।
राफेल सौदे और आतंकवाद पर पलटवार:
भाजपा नेताओं ने याद दिलाया कि कांग्रेस शासन के दौरान राफेल सौदे में वर्षों तक देरी और भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते भारतीय वायुसेना को एक भी विमान नहीं मिल पाया था। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में न केवल राफेल विमानों की सफल डिलीवरी हुई, बल्कि 7 मई को हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में उनका उपयोग कर केवल 23 मिनट में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर 100 से अधिक आतंकियों का सफाया किया गया।
विधायक भगत ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि 26/11 जैसे जघन्य आतंकी हमलों के बाद भी उसने केवल कागजी डोजियर सौंपे, जबकि मोदी सरकार ने उरी, पुलवामा और अब पहलगाम जैसे हमलों का मुंहतोड़ जवाब निर्णायक सैन्य कार्रवाइयों से दिया है। भाजपा के मंडल अध्यक्ष संदीप सनवाल ने कहा कि कांग्रेस नेताओं का सेना से सबूत मांगना, पाकिस्तान का पक्ष लेना और सेना की रणनीति का उपहास उड़ाना सीधे-सीधे देश की सुरक्षा के खिलाफ कार्य है। भगत ने जोर देकर कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ केवल एक सैन्य अभियान नहीं, बल्कि भारत की 140 करोड़ जनता की आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता को दिखाता है।
भाजपा के तीन सीधे सवाल:
भाजपा ने कांग्रेस से तीन सीधे सवाल पूछे:
- क्या कांग्रेस सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयर स्ट्राइक के सबूत मांगने पर देश से माफी मांगेगी?
- राफेल का अपमान करने वाले नेताओं पर पार्टी ने क्या कार्रवाई की?
- पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को क्लीन चिट देने की कोशिश करने वाले नेताओं की नीयत पर जनता को संदेह क्यों न हो?
‘डब्बू’ ने भी साधा निशाना:
उत्तराखंड मंडी परिषद के अध्यक्ष डॉ. अनिल डब्बू ने भी कांग्रेस की ‘जय हिंद रैली’ को ‘राजनीतिक नौटंकी’ करार दिया।1 उन्होंने कहा कि भारतीय सेना के शौर्य पर सवाल उठाने वाले कांग्रेस नेता अब पश्चाताप में इस तरह के नाटक कर रहे हैं, लेकिन जनता उनकी असलियत जानती है। डॉ. डब्बू ने कहा कि सेना से सर्जिकल स्ट्राइक और एयरस्ट्राइक के सबूत मांगने वाली पार्टी अब उत्तराखंडीयत का ढोंग कर रही है। उन्होंने हरीश रावत सरकार को ‘सबसे भ्रष्ट’ बताते हुए कहा कि उनके शासनकाल की सीबीआई जांच आज भी चल रही है। उन्होंने मुस्लिम यूनिवर्सिटी खोलने और जुमे की छुट्टी जैसी घोषणाओं को कांग्रेस की विचारधारा का उदाहरण बताया। डॉ. डब्बू ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सशक्त नेतृत्व और भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई से कांग्रेस हताश हो गई है और अब अनर्गल बयानबाजी कर रही है।












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