रानीखेत: सीएम धामी ने कहा- ‘जनता के द्वार’ और ‘प्रशासन गांव की ओर’ अभियान से मजबूत होगा विश्वास
रानीखेत: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि ‘जन जन की द्वार’ और ‘प्रशासन गांव की ओर’ अभियान, शासन और जनता के बीच बेहतर तालमेल, सीधा संवाद, परस्पर विश्वास और सहभागिता को सशक्त करने की दिशा में एक प्रभावी पहल है। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से न्याय व ग्राम पंचायत स्तर पर ही जनसमस्याओं का तेजी से समाधान हो सकेगा और कल्याणकारी योजनाओं में पारदर्शिता आएगी, जिससे प्रत्येक ग्रामीण को लाभ मिलेगा।
🏫 पीएमश्री जीआइसी जैनोली के जीर्णोद्धार की घोषणा
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मुख्यमंत्री धामी मंगलवार को न्याय पंचायत जैनोली में आयोजित बहुद्देश्यीय शिविर में बतौर मुख्यसेवक बोल रहे थे।
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उन्होंने ग्रामीणों, खासतौर पर महिलाओं की समस्याओं को गौर से सुना और उनकी शिकायतों को गंभीरता से लिया।
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जीआइसी जैनोली के जर्जर हो चुके विद्यालय भवन की शिकायत पर, मुख्यमंत्री ने उसके जीर्णोद्धार की घोषणा की।
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उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को सुरक्षित व बेहतर शैक्षणिक वातावरण उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है।
📢 अधिकारियों को सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री ने शिविर में उपस्थित नागरिकों से सीधे संवाद स्थापित किया और प्राप्त शिकायतों पर एक-एक कर चर्चा की। उन्होंने संबंधित विभागीय अधिकारियों को आमजन की शिकायतों व समस्याओं के त्वरित एवं समयबद्ध निस्तारण के निर्देश दिए।
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उद्देश्य: मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सरकारी सेवा और सुविधा हर नागरिक को उसके द्वार पर ही मिल सके, ताकि लोगों को समस्याओं के समाधान के लिए अनावश्यक दौड़भाग न करनी पड़े।
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कार्यप्रणाली: उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे स्वयं गांव-गांव पहुँचकर हर छोटी-बड़ी समस्या सुनें, निदान करें और लोगों को योजनाओं से जोड़ें।
मुख्यमंत्री ने बाद में शिविर में लगे विभिन्न विभागीय स्टॉल का निरीक्षण भी किया और योजनाओं को धरातल पर क्रियान्वित करने के निर्देश दिए।
इस दौरान विधायक डा. प्रमोद नैनवाल, डीएम अंशुल सिंह, सीडीओ रामजीशरण शर्मा, संयुक्त मजिस्ट्रेट गौरी प्रभात आदि मौजूद रहे।
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