शहर में अराजकता और गुंडागर्दी पर महापौर का कड़ा रुख , बोले- कानून तोड़ने वालों की अब खैर नहीं

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अब अवैध निर्माण पर गरजेगा बुलडोज़र , महापौर बाली ने कसा शिकंजा

राजू अनेजा,काशीपुर। नगर की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने और अराजकता फैलाने वालों पर नकेल कसने को लेकर महापौर दीपक बाली का तेवर मंगलवार को प्रेस वार्ता में कड़ा नजर आया। मौ. अल्लीखां क्षेत्र में हाल ही में बिना अनुमति निकाले गए “आई लव मोहम्मद” जुलूस के दौरान हुई हिंसा से लेकर ई-रिक्शा चालकों द्वारा रजिस्ट्रेशन शुल्क के विरोध तक, हर मुद्दे पर महापौर ने दो-टूक कहा कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

महापौर ने साफ कहा कि परसों हुई घटना में पुलिस पर हमला, तोड़फोड़ और माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर त्वरित कार्रवाई की जा चुकी है। अब तक सात लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, जिनमें मुख्य आरोपी भी शामिल है। शेष की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है। महापौर ने कहा कि “प्रदेश में पुष्कर सिंह धामी जी की सरकार है, ऐसे में गुंडागर्दी करने वालों को कड़ी से कड़ी कार्रवाई झेलनी पड़ेगी।” साथ ही उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की।

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अवैध निर्माण और अतिक्रमण पर भी सख्ती

प्रेस वार्ता में महापौर ने नगर निगम की प्राथमिकताओं पर भी खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि काशीपुर में अवैध निर्माण और अतिक्रमण को किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। नगर निगम ने इसके लिए विशेष अभियान चलाने की योजना बनाई है।

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ई-रिक्शा संचालन में अव्यवस्था, अब होगी सख्ती

ई-रिक्शा व्यवस्था पर महापौर ने कहा कि शहर में करीब 8,000 ई-रिक्शा दौड़ रहे हैं, जबकि पंजीकृत केवल 4,000 के आसपास हैं। कई बड़े ठेकेदार सौ-सौ ई-रिक्शा खरीदकर दिहाड़ी पर चालकों से चलवा रहे हैं, जिससे व्यवस्था बिगड़ रही है। इस गोरखधंधे पर अब पूरी तरह रोक लगाई जाएगी।

महापौर ने बताया कि 24 सितम्बर से 8 अक्टूबर तक नगर निगम कार्यालय में ई-रिक्शा रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया चलेगी। एक नाम से केवल एक ही ई-रिक्शा रजिस्टर्ड होगा। पहले वर्ष के लिए रजिस्ट्रेशन शुल्क ₹1000 और उसके बाद हर साल नवीनीकरण शुल्क ₹500 होगा। उन्होंने कहा कि यह शुल्क सिर्फ वसूली के लिए नहीं बल्कि चालकों के हित में है, जिससे हेल्थ कैंप, स्टैंड, पीने का पानी और अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।

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गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं

महापौर ने चेतावनी देते हुए कहा कि शांतिपूर्ण विरोध हर नागरिक का अधिकार है, लेकिन हड़ताल के नाम पर जबरन ई-रिक्शा चालकों को रोकना, धमकाना या मारपीट करना गुंडागर्दी है। इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

महापौर ने जनता और ई-रिक्शा चालकों से नगर निगम की व्यवस्था में सहयोग देने और नियमों का पालन करने की अपील की।

 

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