राहुल गांधी के बयान पर बवाल; देवेंद्र फडणवीस ने की माफी की डिमांड, महाराष्ट्र विधान परिषद में हंगामा
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने नीट, अग्निवीर, मणिपुर समेत कई मुद्दों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हिंदुत्व पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि जो लोग खुद को हिंदू कहते हैं, वे चौबीसों घंटे हिंसा और नफरत फैलाने में लगे हैं।
इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा के कई नेताओं ने आपत्ति जताई। राहुल के इस बयान पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी आपत्ति जताई है। उन्होंने उनसे माफी की डिमांड कर दी है।
फडणवीस ने कहा, “राहुल गांधी ने पूरे हिंदू समुदाय के प्रति गलत, आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणी की है। लोकसभा में पूरे समुदाय को हिंसक कहना हिंदुओं का अपमान है। उन्हें अपने शब्द वापस लेने चाहिए और माफी मांगनी चाहिए।” फडणवीस यहां संत ज्ञानेश्वर महाराज और संत तुकाराम महाराज की पालकी को नमन करने आए थे।
महाराष्ट्र विधान परिषद में तीखी नोकझोंक
महाराष्ट्र विधान परिषद में राहुल गांधी के ‘हिंदू नहीं’ संबंधी तंज को लेकर भाजपा और महा विकास आघाडी (एमवीए) के विधायकों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। भाजपा विधायक प्रसाद लाड ने परिषद में यह मुद्दा उठाया और कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने देश में हिंदुओं का अपमान किया है। लाड ने राहुल की टिप्पणियों की निंदा की जिस पर विपक्ष के नेता अंबादास दानवे, शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस विधायकों ने तीखा प्रतिक्रिया की।
सदन की कार्यवाही स्थगित
दानवे ने कहा लाड द्वारा गांधी की टिप्पणियों को सदन में उठाने पर आपत्ति जताई और उपसभापति नीलम गोरहे से हस्तक्षेप की मांग की। लाड ने राहुल गांधी के खिलाफ नारे भी लगाए। हंगामे के बीच गोरहे ने शाम 4.25 बजे परिषद की कार्यवाही को पांच मिनट के लिए स्थगित कर दिया। शाम करीब साढ़े चार बजे परिषद की बैठक फिर से शुरू होने के बाद प्रवीण दरेकर सहित अन्य भाजपा विधायक लाड के साथ शामिल हो गए, जिससे सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए फिर से स्थगित करनी पड़ी। सत्ता पक्ष के सदस्यों और विपक्ष का हंगामा जारी रहने पर उपसभापति ने परिषद की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी।
राहुल गांधी को इटली भेज दें
दरेकर ने कहा, “उपसभापति को राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और उनकी टिप्पणियों की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित करना चाहिए। सदन को उनके शब्दों को हल्के में नहीं लेना चाहिए। वह कहते हैं, ‘हिंदू हिंसक हैं’। हम सदन को आगे नहीं चलने देंगे।” लाड ने मांग की कि परिषद में गांधी की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया जाए। उन्होंने कहा, “उन्हें (राहुल गांधी को) इटली भेज दीजिए।” दानवे ने कहा कि तथाकथित टिप्पणियां गांधी द्वारा लोकसभा में की गई थीं और उनका राज्य विधान परिषद के कामकाज से कोई संबंध नहीं है।
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