जब-जब धरती पर अत्याचार बढ़ता है तब-तब धरा पर जन्म लेते है भगवान – पंडित नीरज त्रिपाठी
हल्द्वानी: हिमालय स्वराज ट्रस्ट के तत्वावधान में नगर के आरटीओ रोड स्थित बद्री विशाल कालोनी में आयोजित भागवत कथा के छठे दिन प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित नीरज त्रिपाठी ने भगवान श्री कृष्ण की जन्म की लीला का सुंदर बखान किया। इस दौरान सुंदर भजनों की प्रस्तुति ने श्रद्धालुओं को झूमने को मजबूर कर दिया। देर साम कथा समापन के बाद आरती व प्रसाद वितरण किया गया।
कथा के दौरान कथा व्यास पंडित त्रिपाठी ने बताया कि जब अत्याचारी कंस के पापों से धरती डोलने लगी, तो भगवान कृष्ण को अवतरित होना पड़ा। सात संतानों के बाद जब देवकी गर्भवती हुई, तो उसे अपनी इस संतान की मृत्यु का भय सता रहा था। भगवान की लीला वे स्वयं ही समझ सकते हैं। भगवान कृष्ण के जन्म लेते ही जेल के सभी बंधन टूट गए और भगवान श्रीकृष्ण गोकुल पहुंच गए। शास्त्री ने कहा कि जब-जब धरती पर धर्म की हानि होती है, तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं। जैसे ही कथा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ पूरा पंडाल जयकारों से गूंजने लगा। इस मौके पर कौस्तुबानंद पांडे, बसंत बल्लभ जोशी, देवकीनंदन बधानी, पुरन चंद पंत, आनंद गजरौला, जगदीश चंद्र कांडपाल, त्रिभुवन त्रिपाठी, शंकर दत्त खोलिया, श्याम सुंदर कांडपाल, दरबान सिंह राठौड़, दीपक पांडे, कमला राणा, हिमालय स्वराज समिति की ममता गुणवंत, संगीता मेहरा, हेम चंद्र पंत, हर्ष वर्द्धन पांडे सहित कई लोग उपस्थित थे।