सरकार ने ‘पीएम विद्यालयक्ष्मी’ योजना को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत निम्न मध्यवर्गीय परिवारों के मेधावी छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इस योजना के तहत ऐसे छात्र जो परिवार की वार्षिक आय ₹8 लाख तक हो, उन्हें 10 लाख रुपये तक का शिक्षा ऋण मिलेगा।
हर साल 1 लाख छात्रों को इस योजना का लाभ मिलेगा।
इस योजना के तहत सरकार छात्रों को शिक्षा ऋण के साथ-साथ विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में वित्तीय सहायता भी प्रदान करेगी।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस योजना के तहत ऋण प्रदान करने के लिए विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से मदद ली जाएगी। ‘पीएम विद्यालयक्ष्मी’ योजना के तहत लगभग 70 अलग-अलग वित्तीय सहायता योजनाएं उपलब्ध होंगी।
बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद केंद्रीय सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “इस योजना में ऋण प्राप्त करने के लिए किसी गारंटर की आवश्यकता नहीं होगी। प्रधानमंत्री मोदी का उद्देश्य है कि कोई भी मेधावी छात्र शिक्षा से वंचित न हो।”
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इस योजना के तहत प्रत्येक वर्ष अधिकतम 1 लाख छात्रों को ऋण मिलेगा। वह कहते हैं, “वार्षिक ₹8 लाख तक की आय वाले परिवारों के छात्र 10 लाख रुपये तक का ऋण प्राप्त कर सकेंगे, और ब्याज दर 3% होगी।” ऋण छात्रों के परीक्षा परिणाम के आधार पर मंजूर किया जाएगा। इससे पहले, ₹4.5 लाख तक वार्षिक आय वाले परिवारों के छात्रों को केंद्र से शिक्षा ऋण मिलता था।
अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए -
👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें