चलती कार को बनाया डेथ चैंबर, लाश को कंधे पर रख घूमते रहे 6 हत्यारे, बर्बाद हुआ परिवार

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राजस्थान में अपराध इस कदर हावी है कि मामूली बातों पर युवा पीढ़ी हत्या जैसी संगीन वारदातें करने से भी नहीं चूक रही है। राजस्थान की दौसा पुलिस ने छह लड़कों के एक लाश के साथ पकडा है। वे लाश को ठिकाने लगाने की तैयारी में घुम रहे थे। लाश ठिकाने लगाने की जगह नहीं मिली तो एक जिले से दूसरे जिले में आ गए। उनकी उम्र 18 साल से पच्चीस साल के बीच भर है। जिसकी हत्या की गई है वह भी करीब चौबीस साल का युवक है। हत्या करने का तरीका जो पता चला पुलिस को वह इतना दहलाने वाला है कि आप सोच भी नहीं सकते। अब सात परिवारों के सामने सिवाय रोने के  और कोई हल नहीं है। जिसके परिवार का बेटा मरा वह ऐसे रो रहा है और जिस परिवार के छह जवान लड़के हत्या की धाराओं में पकडे गए हैं वह ऐसे परेशान है। राजस्थन के दौसा जिले की यह खबर आपको भी हैरान कर देगी।

बहन को गाली दी थी मौसेरे भाई ने लिया खतरनाक बदला
दरअसल, सवाई माधोपुर जिल के बामनवास थाना इलाके में रहने वाले किस्मत मीणा ने मौसेरे भाई ताजपुर निवासी वेद प्रकाश का अपहरण किया और उसकी हत्या कर दी। विवाद सिर्फ इतना था कि वेद प्रकाश ने किस्मत की बहन को गाली दे दी थी और अपशब्द कहे थे। इस पर वेद प्रकाश को किस्मत मीणा ने मिलने के लिए बुलाया। उसके बाद अपने साथ कार में बिठा लिया। कार में उसके साथ पांच और दोस्त बैठे थे। उनके बीच में ही वेद प्रकाश भी बैठ गया। उसे शुक्रवार दोपहर बाद करीब चार बजे उठाया गया और शाम सात बजे तक उसे इतना पीटा गया कि उसकी मौत हो गई।

लाश को कंधे पर सुलाकर घुमते रहे छह हत्यारे
मौत होने के बाद चलती कार को डेथ चैंबर बना दिया गया। लाश को ठिकाने लगाने की कोशिश में कार को चलाते हुए वे लोग दौसा तक आ गए। दौसा के रामगढ़ पचवारा थाना इलाके में रूटीन चैकिंग की गई कार की तो उसमे से लाश निकली और छह लड़के बाहर निकाले गए। सभी को अरेस्ट कर देर रात सवाई माधोपुर जिले के बामनवास पुलिस को सौंप दिया गया है। आरोपियों के नाम किस्मत, अशोक, अफरीद, दीपक, विकास और मनीष है। आज सभी को कोर्ट में पेश कर रिमाड पर लेने की तैयारी की जा रही है।