हड्डियों में बेपनाह दर्द और सूजन अर्थराइटिस की वजह से है या फिर यूरिक एसिड से, कैसे जानें इस बात को, यहां समझ लीजिए

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यूरिक एसिड का बढ़ना एक ऐसी परेशानी है जिसके लिए खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल जिम्मेदार है। प्यूरीन से भरपूर डाइट का सेवन करने से ब्लड में यूरिक एसिड का स्तर हाई होने लगता है और जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है।

जोड़ों में जमा ये क्रिस्टल हाथ-पैरों के जोड़ों में कहीं भी जमा होने लगते हैं और दर्द का कारण बनते हैं। ये क्रिस्टल पैर के घुटनों, पंजों, हाथों के जोड़ों में कहीं भी जमा होने लगता है और हड्डियों में दर्द और सूजन का कारण बनते हैं। यूरिक एसिड बढ़ने का सबसे ज्यादा असर पैर के अंगूठे पर दिखता है।

जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई होता है उनके पैर के अंगूठे में चुभन वाला दर्द होता है और एड़ियों में भी दर्द रहता है। जिन लोगों का लम्बे समय तक यूरिक एसिड हाई रहता है उन्हें गाउट का खतरा ज्यादा रहता है।

गाउट अर्थराइटिस का ही एक रूप है जिसमें आमतौर पर जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न की शिकायत होती है। रोगी को चलने-फिरने और हिलने डुलने में भी तकलीफ होने लगती है। अर्थराइटिस की परेशानी में जोड़ों में दर्द होता है,यूरिक एसिड हाई रहता है, क्रिस्टल जोड़ों में जमा होने लगते हैं और सूजन बढ़ने लगती है। जोड़ों के दर्द और सूजन को दूर करने के लिए चलना, तैरना, साइकिल चलाना और स्ट्रेचिंग या योग करने जैसे तरीके असरदार साबित होते हैं।

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट और योग गुरु बाबा रामदेव के मुताबिक जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो आयुर्वेदिक नुस्खों को अपनाकर इस परेशानी से हमेशा के लिए निजात पा सकते हैं। कुछ हर्ब और योग की मदद से जोड़ों खासतौर पर हाथों और पैरों के जोड़ों के दर्द और सूजन से राहत पाई जा सकती है। आइए जानते हैं कि बढ़े हुए यूरिक एसिड को किस तरह करें कंट्रोल।

गोखरू के पानी का करें सेवन

जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो रोजाना गोखरू के पानी का सेवन करें। आयुर्वेद में गोखरू की गोली भी मौजूद है जिसे आराम से खाया जा सकता है। एक गिलास पानी लें और उसमें गोखरू को मिलाएं और रात भर के लिए उसे रख दें। सुबह इस पानी को छानकर उसका सेवन करें। ये पानी यूरिक एसिड को कंट्रोल करता है, जोड़ों के दर्द और सूजन से निजात दिलाता है। दिन में दो बार गोखरू के पानी का सेवन करें आपको दर्द से राहत मिलेगी।

खट्टी चीजों से परहेज करें

यूरिक एसिड का स्तर 7 से ऊपर जाने से जोड़ों में दर्द और सूजन बढ़ने लगती है। जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो रोजाना आंवला,नींबू और अनानास का सेवन नहीं करें। आयुर्वेद के मुताबिक खट्टी चीजों का सेवन करने से जोड़ों का दर्द और सूजन बढ़ जाती है।

पत्थरचट्टा का करें सेवन

आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का सेवन करके आसानी से यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है और जोड़ों के दर्द से निजात पाई जा सकती है। पत्थरचट्टा या पुनर्नवा एक ऐसा आयुर्वेदिक पौधा है जो चट्टानों से निकलता है। पत्थरचट्टा की कुछ पत्तियों को रोजाना पानी में डालकर उबाला जाए और उसके पानी का सेवन किया जाए तो आसानी से यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल किया जा सकता है।

मूली का करें सेवन

जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो रोजाना मूली का सेवन करें। एक मूली का रोजाना सेवन करने से लिवर की सेहत, किडनी की सेहत, किडनी स्टोन और अर्थराइटिस के दर्द से राहत मिलती है। आप रोजाना मूली का सेवन करें आपको दर्द से राहत मिलेगी।

 

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