उत्तराखंड: गढ़वाल रेंज में पुलिसकर्मियों का बड़ा फेरबदल, 344 का तबादला

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देहरादून: उत्तराखंड पुलिस में वार्षिक तबादला नीति के तहत एक बड़ा फेरबदल किया गया है। गढ़वाल परिक्षेत्र के आईजी राजीव स्वरूप ने 20 सितंबर को 344 पुलिसकर्मियों की ट्रांसफर सूची जारी की है। इस सूची में एएसआई, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल शामिल हैं, जिन्हें मैदान से पहाड़ और पहाड़ से मैदान में स्थानांतरित किया गया है।


 

85 प्रतिशत कर्मचारियों ने पहाड़ में रहने की जताई इच्छा

 

पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) राजीव स्वरूप ने बताया कि यह स्थानांतरण अराजपत्रित पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की वार्षिक स्थानांतरण नीति-2020 के तहत किए गए हैं। इस नीति के अनुसार, पुलिसकर्मियों को अनिवार्य रूप से पहाड़ी क्षेत्रों में सेवा देनी होती है।

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उन्होंने बताया कि पर्वतीय जनपदों से कुल 1092 कर्मचारी तबादले के लिए पात्र थे। इनमें से 85 प्रतिशत कर्मचारियों ने अपनी अनिवार्य सेवा अवधि पूरी करने के बाद भी स्वेच्छा से पहाड़ी जिलों में ही सेवा जारी रखने की इच्छा जताई। इसलिए, स्थानांतरण नीति के तहत केवल बाकी बचे 15 प्रतिशत कर्मचारियों का ही मैदानी जिलों में तबादला किया गया।

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‘पहाड़ी इलाकों में सेवा देना अनिवार्य’

 

आईजी ने बताया कि इस तबादला सूची के तहत पहाड़ी जिलों से 9 एएसआई, 45 हेड कांस्टेबल और 106 कांस्टेबल का तबादला मैदानी जिलों में किया गया है। वहीं, मैदानी जिलों से 13 एएसआई, 49 हेड कांस्टेबल और 122 कांस्टेबल को पर्वतीय जिलों में भेजा गया है। यह कदम उन पुलिसकर्मियों के लिए सख्त संदेश है, जो अब तक सिफारिशों के चलते मैदानी इलाकों में ही तैनात रहे हैं। उत्तराखंड पुलिस में इंस्पेक्टर के लिए 4 साल, दारोगा के लिए 6 साल और कॉन्स्टेबल के लिए 8 साल पहाड़ी क्षेत्रों में सेवा देना अनिवार्य है।

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