टेलीग्राम पर बच्चियों के अश्लील वीडियो की खरीद-फरोख्त का मामला: UP, उत्तराखंड और तमिलनाडु पुलिस की संयुक्त जांच

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मेरठ/देहरादून: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टेलीग्राम (Telegram) का दुरुपयोग कर बच्चियों के अश्लील वीडियो की खरीद-फरोख्त करने वाले कथित साइबर अपराधी का मामला सामने आने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। मेरठ से जुड़े इस गंभीर मामले की जांच में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और तमिलनाडु की पुलिस संयुक्त रूप से जुट गई है। आशंका है कि यह मामला किसी संगठित ऑनलाइन नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है।


🔎 ऐसे सामने आया मामला

  • जांच की शुरुआत: देहरादून पुलिस को साइबर पोर्टल के माध्यम से बच्चियों के अश्लील वीडियो से जुड़े एक लिंक की सूचना मिली थी।

  • मेरठ तक तार: जांच आगे बढ़ने पर मेरठ के बागपत गेट क्षेत्र निवासी अमित जैन का नाम सामने आया।

  • FIR: मेरठ की ब्रह्मपुरी थाना पुलिस ने तत्काल संज्ञान लेते हुए आरोपी अमित जैन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली।

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🌐 ‘लूसिफर’ चैनल से अवैध कारोबार

पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी अमित जैन टेलीग्राम पर एक चैनल और अकाउंट ‘लूसिफर’ (Lucifer) नाम से चलाता था:

  • कार्यप्रणाली: इस चैनल पर बच्चियों के अश्लील वीडियो के थंबनेल डाले जाते थे।

  • खरीद-फरोख्त: संभावित खरीदारों को आकर्षित करने के बाद वीडियो की बोली लगाई जाती थी और कीमत तय कर सौदा किया जाता था।

  • डिजिटल साक्ष्य: हालांकि, पुलिस का कहना है कि अभी तक इस अकाउंट से जुड़े किसी ठोस डिजिटल साक्ष्य की पुष्टि नहीं हो सकी है और जांच जारी है।

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💰 तमिलनाडु तक फैला नेटवर्क

जांच के दौरान यह सामने आया कि आरोपी ने तमिलनाडु में भी ऐसे वीडियो बेचे थे:

  • लेन-देन: इन वीडियो के बदले आरोपी के बैंक खाते में करीब 20 हजार रुपये ट्रांसफर किए गए थे।

  • कार्रवाई: इस लेन-देन की जानकारी मिलते ही तमिलनाडु पुलिस ने आरोपी का बैंक खाता फ्रीज कर दिया है और वह भी नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी हुई है।

🤝 तीन राज्यों की संयुक्त जांच

एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता से सभी आवश्यक साक्ष्य मांगे गए हैं, लेकिन अभी तक ठोस सबूत उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। इसके बावजूद मामला गंभीर मानते हुए रिपोर्ट दर्ज की गई है।

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उन्होंने पुष्टि की कि यह मामला डिजिटल अपराधों की गंभीरता को दर्शाता है, और चूँकि इसके तार देहरादून और तमिलनाडु से जुड़े हैं, इसलिए तीनों राज्यों की पुलिस समन्वय कर संयुक्त जांच कर रही है। जांच पूरी होने के बाद ही पूरे नेटवर्क को लेकर स्पष्ट जानकारी सामने आ सकेगी।