उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर: 111 सड़कें बाधित, नदियाँ उफान पर; सीएम ने जिलाधिकारियों को किया अलर्ट
देहरादून: उत्तराखंड में मानसून सीजन के दौरान एक बार फिर से आपदा जैसी स्थिति बन गई है। पिछले 24 घंटों से हो रही लगातार भारी बारिश के कारण राज्य भर में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस दौरान 111 सड़कें बाधित हो गई हैं और प्रदेश की कई प्रमुख नदियाँ खतरे के निशान के करीब बह रही हैं। हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।
आपदा से अब तक हुआ नुकसान (1 जून से 4 अगस्त तक)
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में भारी बारिश से व्यापक क्षति हुई है:
- सड़कें बाधित: कुल 111 सड़कें बाधित हैं, जिनमें 5 राष्ट्रीय राजमार्ग, 8 राज्य राजमार्ग, 1 बॉर्डर रोड, 41 पीडब्ल्यूडी सड़कें और 56 पीएमजीएसवाई की सड़कें शामिल हैं।
- मानव हानि: 28 लोगों की मौत हुई है, 18 लोग घायल हैं और 8 लोग अभी भी लापता हैं।
- संपत्ति का नुकसान: 3 मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं, जबकि 24 मकानों का आधा और 461 मकानों का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है।
- पशु हानि: 32 बड़े और 62 छोटे पशुओं की मौत हो गई है, जबकि 15 गौशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं।
खतरे के निशान पर बह रहीं नदियाँ
बारिश के कारण प्रदेश की कई नदियाँ उफान पर हैं और खतरे के निशान के पास पहुँच गई हैं। प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी जारी की है।
- हरिद्वार: गंगा नदी।
- रुद्रप्रयाग: अलकनंदा और मंदाकिनी नदी।
- उत्तरकाशी: भागीरथी नदी।
- चमोली: अलकनंदा, नंदाकिनी और पिंडर नदी।
- पिथौरागढ़: काली, गोरी और सरयू नदी।
- बागेश्वर: सरयू और गोमती नदी।
- चंपावत: शारदा नदी।
हाल के हादसे और प्रमुख घटनाएँ
- कोटद्वार: पहाड़ से गिरे एक बड़े बोल्डर की चपेट में बोलेरो वाहन आने से दो लोगों की मौत हो गई और चार घायल हो गए।
- देहरादून: टपकेश्वर मंदिर के पास तमसा नदी का जलस्तर बढ़ने से मंदिर के घाट जलमग्न हो गए।
- ऋषिकेश: गंगा का जलस्तर बढ़ने से परमार्थ निकेतन के घाट डूब गए। नीलकंठ मार्ग पर एक गाड़ी पर बोल्डर गिरने से वह बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
मौसम पूर्वानुमान और अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है:
- 5 अगस्त: देहरादून, हरिद्वार, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत और बागेश्वर के लिए ऑरेंज अलर्ट। अन्य जिलों में येलो अलर्ट।
- 6 अगस्त: देहरादून, नैनीताल, चंपावत, ऊधम सिंह नगर और बागेश्वर के लिए येलो अलर्ट।
- 7 अगस्त: देहरादून और पौड़ी के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट।
- 8 अगस्त: नैनीताल और बागेश्वर के लिए भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट।
प्रशासन को दिए गए निर्देश
मुख्यमंत्री और आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं:
- सभी अधिकारी हाई अलर्ट पर रहें और नदियों के जलस्तर की लगातार निगरानी करें।
- भूस्खलन और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया जाए।
- सड़क बाधित होने की स्थिति में उसे तत्काल खोलने का प्रयास करें।
- किसी भी अधिकारी/कर्मचारी का मोबाइल फोन स्विच ऑफ नहीं होना चाहिए।
- उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों की आवाजाही को अनुमति न दी जाए।
- आमजन तक मौसम की चेतावनी पहुँचाई जाए।
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