अजब -गजब! बच्चे के घाव पर टांके के बदले नर्स ने लगा दिया फेवीक्विक,नर्स के इस अनोखे इलाज को देख माता-पिता भी हैरान

Amazing! Instead of stitches on the child's wound, the nurse applied Feviquick, even the parents were surprised to see this unique treatment of the nurse.

खबर शेयर करें -

राजू अनेजा,कर्नाटक ।कर्नाटक के हावेरी जिले के अडूर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक सात वर्षीय बच्चे गुरुकीशन अन्नप्पा होसामनी के घाव पर नर्स ज्योति ने टांके की जगह फेवीक्विक लगा दिया। बताया जाता है कि इस दौरान बच्चे के माता-पिता ने विरोध किया तो नर्स का कहना था कि टांके से बच्चे के गाल पर स्थायी रूप से निशान रह जाएंगे। मैं कई सालों से ऐसे ही इलाज कर रही हूं।

नर्स की हरकत से माता-पिता भी हैरान

इस घटना के बाद नर्स को निलंबित कर दिया गया है। इस घटना के बाद बच्चे की हालत स्थिर है। गौरतलब है कि फेविक्विक की चिकित्सा उपयोग की अनुमति नहीं है। वीडियो से खुलासा बच्चे के माता-पिता नर्स की गैर-पेशेवर हरकत से हैरान रह गए। उन्होंने नर्स का वीडियो रिकॉर्ड किया। इसमें वह आत्मविश्वास से कह रही थी कि वह वर्षों से इसी तरीके से लोगों का इलाज कर रही है। इस घटना से नाराज माता-पिता ने शिकायत दर्ज कराई और वीडियो को सबूत के रूप में प्रस्तुत किया।

यह भी पढ़ें 👉  दिल्ली में शराब घोटालो के आरोपी रहे पूर्व मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया मात्र 600 वोट से चुनाव हारे,बीजेपी उम्मीदवार तरविंदर सिंह मारवा ने उन्हें 600 वोटों से पटखनी दी

नर्स का वीडियो किया जारी

रिपोर्ट के अनुसार, अपरंपरागत उपचार से परेशान होकर, लड़के के माता-पिता ने नर्स के साथ अपनी बातचीत का एक वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें उसने चिपकने वाले पदार्थ का उपयोग करने की बात स्वीकार की। बाद में उन्होंने अदूर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के समक्ष औपचारिक शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के बाद, जिला स्वास्थ्य अधिकारी (डीएचओ) राजेश सुरगीहल्ली ने हस्तक्षेप किया और नर्स के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की। साउथ फर्स्ट की रिपोर्ट के अनुसार, 3 फरवरी को नर्स को हावेरी तालुक के गुत्थल स्वास्थ्य संस्थान में स्थानांतरित कर दिया गया।

यह भी पढ़ें 👉  यू पी का महमूद रामनगर में चला रहा था अवैध रूप से तमंचा बनाने का कारखाना, पुलिस ने ऐसे किया भंडाफोड़
हालांकि, इस घटना ने ग्रामीण सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा देखभाल की गुणवत्ता पर बहस छेड़ दी है। यह घटना सोमवार की सुबह कर्नाटक के बोम्मालपुरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कान छिदवाने की प्रक्रिया के लिए एनेस्थीसिया दिए जाने के बाद छह महीने के बच्चे की दुखद मौत के बाद हुई है। शिशु के माता-पिता उसे पारंपरिक अनुष्ठान के लिए सरकारी स्वास्थ्य केंद्र ले गए थे, जब डॉक्टर ने दोनों कानों में एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाया। कुछ ही देर बाद, कथित तौर पर बच्चा बेहोश हो गया। आपातकालीन उपचार के लिए उन्हें तालुका अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां पहुंचते ही उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए -

👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें

यह भी पढ़ें 👉  बस होने ही वाली थी शादी, फिर दुल्हन के मामा ने दूल्हे से पूछ लिया CIBIL स्कोर , शादी हो गई कैंसिल

👉 हमारे फेसबुक पेज़ को लाइक करें

👉 हमारे टेलीग्राम चैनल से जुड़ें