राजू अनेजा, जसपुर/काशीपुर। अमियावाला गाँव में मासूम के साथ दुष्कर्म और फिर हत्या जैसी दिल दहला देने वाली वारदात को अंजाम देने वाला दरिंदा पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन डॉग स्क्वॉड का टाइगर उसकी सारी चालाकी पर भारी पड़ गया। घटनास्थल से गंध पकड़ते हुए टाइगर सीधे आरोपी राजीव के घर जा पहुँचा और खून से सने कपड़ों को सूंघकर साफ संकेत दे दिया। यही सुराग आरोपी को सलाखों तक ले आया और पुलिस ने महज 12 घंटे में सनसनीखेज हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया।
बताते चले कि अमियावाला गाँव में मंगलवार शाम घटी एक दिल दहला देने वाली वारदात ने पूरे क्षेत्र को सन्न कर दिया था। गन्ने का छिलका लेने निकली नाबालिग किशोरी को गाँव के ही दरिंदे ने पहले हवस का शिकार बनाया और फिर पहचान उजागर होने के डर से बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। आरोपी ने हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए बच्ची का हाथ तोड़ डाला, गला दबाकर बेहोश किया और धारदार ब्लेड से चेहरे व पेट पर वार कर उसकी जान ले ली।मृतका की माँ की तहरीर पर पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर पोक्सो एक्ट सहित गंभीर धाराओं में कार्रवाई की।
एसएसपी ने कसी कमान, बनीं 10 टीमें
घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकान्त मिश्रा ने तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण किया और वारदात का जल्द पर्दाफाश करने के लिए 10 टीमें गठित कीं। पुलिस अधीक्षक अपराध निहारिका तोमर, एसपी काशीपुर अभय प्रताप सिंह और सीओ दीपक सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने फोरेंसिक यूनिट, मोबाइल फील्ड यूनिट और डॉग स्क्वॉड की मदद से साक्ष्य जुटाए।
पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन टाइगर की नजरों से नहीं बच पाया
आरोपी वारदात के बाद गाँव के लोगों को भड़काने और पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करता रहा। मगर पुलिस के डॉग स्क्वॉड का टाइगर उसकी चालाकी पर भारी पड़ा। घटनास्थल से गंध पकड़ते हुए टाइगर सीधे मृतका के घर और फिर आरोपी राजीव के घर पहुँचा। खून से सने कपड़ों को सूंघकर टाइगर ने साफ संकेत दे दिया और यही सुराग जांच में निर्णायक साबित हुआ।
आरोपी ने किया कबूलनामा
गिरफ्तारी के बाद आरोपी राजीव पुत्र मोहन सिंह (20 वर्ष) ने कबूल किया कि बच्ची को खेत में अकेला पाकर उसने दुष्कर्म किया और पहचान उजागर होने के डर से उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर खून से सना ब्लेड, खून आलूदा कपड़े और गन्ने के खेत से अन्य अहम साक्ष्य बरामद किए। पुलिस के मुताबिक आरोपी पर पूर्व में भी कोतवाली जसपुर में मुकदमा दर्ज है।
12 घंटे में चढ़ा पुलिस के हत्थे
वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी और पुलिस टीमों की सक्रियता से दरिंदा महज 12 घंटे के भीतर ही सलाखों के पीछे पहुँच गया।
पुलिस टीम रही सक्रिय
गिरफ्तारी और जांच में क्षेत्राधिकारी काशीपुर दीपक सिंह, प्रभारी निरीक्षक राजेन्द्र सिंह डांगी, एसओजी प्रभारी संजय पाठक, थाना प्रभारी कुन्दन सिंह रौतेला, फोरेंसिक यूनिट प्रभारी सत्यप्रकाश रायपा, विवेचक रुचिका चौहान समेत बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी और जवान शामिल रहे।
ग्रामीणों में आक्रोश, फांसी की मांग
निर्दयी वारदात से पूरे गाँव और आसपास के क्षेत्रों में जबरदस्त आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि आरोपी ने जिस तरह मासूम की जिंदगी से खेला है, उसके लिए सिर्फ फांसी ही सजा हो सकती है। लोगों ने मांग की कि मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो और दरिंदे को जल्द से जल्द सख्त से सख्त सजा दी जाए।



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