सोते वक्त बेटी का गला कसा, बांके से किए वार, फिर पीठ में घुसाया बेलचा; गिड़गिड़ाते रहे बच्चे पर न…

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लखनऊ के गुडंबा के मायापुरी इलाके में सोमवार रात एक शख्स ने अपनी 14 साल की बेटी की नृशंसता से हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देकर वह भाग निकला। पड़ोसी ने पुलिस को सूचना दी। कुछ ही घंटे में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर मंगलवार शाम को जेल भेज दिया।

पूछताछ में आरोपी बोला कि उसकी बेटी एक रिश्तेदार के लड़के से बात करती थी, इसलिए उसे मार दिया। मायापुरी निवासी संजय सिंह चौहान की भाखामऊ कुर्सी रोड में निर्माण सामग्री की दुकान है। पत्नी सुशीला लखीमपुर-खीरी में मायके में हैं। सोमवार रात घर पर संजय के अलावा उनकी बड़ी बेटी पूजा (14) व छोटी बेटी संगीता व काजल और सबसे छोटा बेटा गोविंद था।
संजय बेटे के साथ एक कमरे में था, जबकि तीनों बेटियां दूसरे कमरे में थीं। रात करीब साढ़े 12 बजे संजय उठा और सोते वक्त ही पूजा का दुपट्टे से गला कस दिया। उसके छटपटाने की आवाज सुनकर अन्य तीनों बच्चे भी जाग गए। वे चीखने चिल्लाने लगे, लेकिन संजय गला कसने के बाद पूजा को घूसों से मारने लगा।

फिर बांके से उसके सिर पर वार किए। जब वह बेजान सी हो गई तब खींचकर बरामदे में ले गया और उसकी पीठ में बेलचा घोंप दिया। पूरे बरामद व कमरे में खून ही खून फैल गया। घटना को अंजाम देने के बाद शर्ट बदली और भाग गया। बच्चों के रोने की आवाज सुनकर पड़ोसी अमित आए। वहां का मंजर देख वह डर गए और तुरंत पुलिस को सूचना दी।

गिड़गिड़ाते रहे बच्चे, नहीं पसीजा संजय
परिजनों के मुताबिक संजय नशे का आदी है। वह अक्सर पत्नी व बच्चों को मारता पीटता रहता था। पूजा एक निजी स्कूल से 10वीं की पढ़ाई कर रही थी। उसकी बेटी संगीता ने बताया कि जब पिता पूजा दीदी को पीट रहे थे तो वे सभी डर गए थे। पिता से मिन्नतें कर रहे थे कि पूजा को छोड़ दें, लेकिन संजय की क्रूरता इस कदर थी कि बच्चों की सामने ही नृशंसता से बेटी को मार डाला।

पहले बाहर ले जाकर मारने की थी साजिश
रात करीब साढ़े नौ बजे संजय ने पूजा से मंदिर चलने को कहा था, लेकिन उसने मना कर दिया था। इस पर संजय ने उसको घर के बाहर निकालकर दरवाजा बंद कर लिया था। करीब एक घंटे बाद किसी तरह से दरवाजा खोला था। पूछताछ में आरोपी बोला, पहले तय किया था कि घर से बाहर ले जाकर मारेंगे, इसलिए मंदिर जाने का बहाना किया था, लेकिन पूजा नहीं मानी। इसलिए घर पर ही मारना पड़ा।

कई बार मना किया नहीं मानी…इसलिए मरना ही था उसको
पुलिस ने जब आरोपी संजय से पूछताछ की तो उसका बर्ताव साइको की तरह था। वह अजीबोगरीब बातें करता रहा। जब पूछा गया कि बेटी को क्यों मारा तो बोला कि वह एक रिश्तेदार के बेटे से फोन पर बात करती थी। कई बार समझाया, फोन भी छीन लिया, लेकिन वह नहीं मानी। कोई विकल्प नहीं था। उसको मरना ही था।
दो दिन में दो मौत

सुशीला के भाई लोटन के बेटे धर्मेंद्र (25) की सोमवार शाम सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। मंगलवार को भतीजे की अंत्येष्टि की तैयारी चल ही रही थी कि सुशीला को बड़ी बेटी पूजा की हत्या की सूचना मिली। वह पिता के साथ मायापुरी कॉलोनी के घर पहुंचीं और बच्चों से लिपट पर जोर जोर से रोने लगीं।

शराब के लिए रुपये न देने पर पिता को कुल्हाड़ी से काट डाला
उधर, बख्शी का तालाब। दुर्जनपुर गांव में सोमवार रात शराब के लिए पैसे न देने पर बेटे ने पिता को कुल्हाड़ी से काट डाला। वारदात को अंजाम देकर भाग निकला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कुछ ही देर में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। कुल्हाड़ी भी बरामद कर ली।

गांव निवासी बृजलाल (60) छोटे बेटे पिंटू के साथ रहते थे। पत्नी दूसरे बेटे अधिराम के साथ पास में ही रहती हैं। पुलिस के मुताबिक सोमवार रात पिंटू नशे में धुत होकर घर आया। वह पिता बृजलाल से शराब के लिए रुपये मांगने लगा। रुपये नहीं दिए तो उनसे झगड़ा करने लगा।

इस बीच बृजलाल सोने के लिए छत पर जाने लगे तो उन्हें पकड़ लिया और उन पर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर दिए। इससे बृजलाल की मौके पर ही मौत हो गई। पिंटू तुरंत वहां से भाग निकला। कुछ देर बाद भाई रामलाल पहुंचे तो बृजलाल का शव पड़ा देखा। उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना दी।

डीसीपी नॉर्थ अभिजीत आर शंकर ने बताया कि आरोपी पिंटू को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। पुलिस की जांच में सामने आया कि पिंटू नशे का आदि है। वह आएदिन नशेबाजी में सभी से झगड़ा करता था। इसी वजह से उसकी पत्नी सरिता अपने 10 साल के बेटे के साथ मायके में रहती है। रामलाल ने बताया कि अक्सर पिता से पिंटू विवाद करता था, सोमवार रात को भी कर रहा था। ये अंदाजा नहीं था कि वह हत्या कर देगा।