उत्तराखंड अग्नीपथ योजना : डीजीपी ने शांति भंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के दिए निर्देश
सशस्त्र बलों में भर्ती से संबंधित केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में भी विरोध प्रदर्शन हुए.
इसको लेकर डीजीपी अशोक कुमार ने कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर जिला अधिकारियों के साथ बैठक की. डीजीपी ने कोचिंग सेंटरों और विरोध करने वाले युवाओं से बातचीत करने और असंवैधानिक तरीके से शांति भंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए. अग्निपथ योजना के विरोध में हल्द्वानी और पिथौड़ागढ़ समेत कई जिलों में युवाओं ने तिरंगा लेकर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया.
डीजीपी अशोक कुमार ने राज्य के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया है कि वे अग्निपथ योजना के बारे में आंदोलन कर रहे युवाओं से बात करें और उन्हें शांति भंग न करने और शांतिपूर्वक विरोध करने के लिए मनाएं.
सेवानिवृत्त युवाओं का फायदा उठा सकते हैं अराजक तत्व- कांग्रेस
बता दें कि कांग्रेस ने छात्रों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया है. उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष करण महारा नेपूर्व वित्त सचिव अरविंद मायाराम के हवाले से कहा कि एक बार प्रशिक्षित युवा सेवानिवृत्त होने के बाद वापस आता है, तो वह नौकरी की तलाश करता है और अगर उन्हें नौकरी नहीं मिलती तो नापाक तत्वों की ओर से गुमराह किया जा सकता है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हो सकते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘सरकार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है. हथियार चलाने की जानकारी रखने वाले सेवानिवृत्त युवाओं को नौकरी नहीं मिली तो अराजक तत्व तबाही फैला सकते हैं.’
तिकोनिया शहर में भारी फोर्स तैनात
बता दें कि उत्तराखंड में गुस्साए छात्रों ने केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के खिलाफ जमकर नारे लगाए और प्रदर्शन कर केंद्र सरकार का पुतला भी फूंका. सरकार के विरोध में नारेबाजी करते हुए युवाओं ने तिकोनिया पर जाम लगा दिया. इस बीच प्रदर्शनकारियों और प्रशासन के बीच तीखी बहस हुई. युवाओं के भारी विरोध के चलते पूरे शहर में भारी फोर्स तैनात की गई है और ड्रोन से भी नजर रखी जा रही है,