अल्मोड़ा: तीन जिलों की लाइफ लाइन कहे जाने वाले एनएच-109 पर क्वारब के पास लगातार हो रहे भूस्खलन को लेकर अल्मोड़ा में राजनीति चरम पर है। पहले केंद्रीय सड़क परिवहन राज्यमंत्री अजय टम्टा और कांग्रेस विधायक मनोज तिवारी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला, अब यह विवाद दोनों पार्टियों के जिला अध्यक्षों तक पहुँच गया है।
भाजपा का वार: ‘कांग्रेस की बयानबाजी तथ्यहीन, विकास कार्यों को रोका’
भाजपा जिलाध्यक्ष महेश नयाल ने कांग्रेस द्वारा मंत्री अजय टम्टा का पुतला जलाने और बयानबाजी को भ्रामक बताया। उन्होंने कहा कि क्वारब की समस्या के समाधान के लिए सांसद अजय टम्टा के प्रयासों से केंद्र से 51 करोड़ रुपये स्वीकृत कराए गए, जिसमें से अधिकांश काम पूरा हो चुका है। उन्होंने आरोप लगाया कि डोबा-चौसली डायवर्जन सड़क के लिए 10.23 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए थे, लेकिन कांग्रेस ने काम रुकवा दिया। नयाल ने कांग्रेस को नसीहत देते हुए कहा कि वह अनर्गल बयानबाजी बंद करे और रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाए।
कांग्रेस का पलटवार: ‘क्वारब के मलबे में भ्रष्टाचार कर रही है भाजपा’
कांग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह भोज ने भाजपा के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा क्वारब के मलबे को हलवे के रूप में प्रयोग कर भ्रष्टाचार कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि क्वारब के ट्रीटमेंट के नाम पर सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार हो रहा है। भोज ने कहा कि दो साल में भाजपा इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकाल पाई है, जबकि स्थानीय सांसद केंद्रीय मंत्री हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 10.5 करोड़ रुपये का डायवर्जन सड़क का काम भाजपा बिना निविदा के अपने व्यक्ति को देना चाहती थी, जिसका कांग्रेस ने विरोध किया। भोज ने कहा कि जनता स्थानीय सांसद से उनकी नाकामियों पर सवाल पूछ रही है, और वह अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए विधायक पर झूठे आरोप लगा रहे हैं।


