रुद्रप्रयाग: पुरोला विकासखंड के पुजेली गाँव के कुमोला तोक में घास काटने गई एक महिला पर गुलदार ने अचानक हमला कर दिया। शोर सुनकर मौके पर पहुँचे ग्रामीणों ने गुलदार को भगाया और घायल महिला को तत्काल अस्पताल पहुँचाया, जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
दिनदहाड़े सेब के बगीचे के पास हुआ हमला
जानकारी के अनुसार, पुजेली निवासी उर्मिला देवी (पत्नी चंद्रमोहन नौटियाल) गाँव के समीप ही सेब के बगीचों में घास काटने गई थीं। हैरानी की बात यह है कि आस-पास मजदूर सेब तोड़ने का काम कर रहे थे, उसके बावजूद दोपहर में गुलदार ने अचानक उर्मिला देवी पर हमला कर दिया। इस हमले में महिला के सिर और हाथ में गंभीर चोटें आई हैं।
आस-पास मौजूद लोगों ने शोर मचाकर किसी तरह गुलदार को भगाया और घायल महिला को उपचार के लिए अस्पताल पहुँचाया। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। घटना के बाद पुजेली क्षेत्र में दहशत का माहौल है और ग्रामीण सहमे हुए हैं।
वन विभाग पर बढ़ा दबाव, ग्रामीण कर रहे समाधान की मांग
ग्रामीणों ने वन विभाग से क्षेत्र में गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने और स्थायी समाधान की मांग की है। यह हमला सेब के बगीचों के पास हुआ है, जिससे क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों और निवासियों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।
घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम ने तत्काल घटनास्थल का मुआयना किया और क्षेत्र में गश्त व कॉम्बिंग अभियान शुरू कर दिया है। उप वन संरक्षक डीपी बलूनी ने बताया कि रेंज अधिकारी अभिलाष सक्सेना को महिला की स्थिति जानने के लिए चिकित्सालय भेजा गया है।
साथ ही, एसडीओ, रेंज अधिकारी समेत अन्य वनकर्मियों की टीम को घटनास्थल पर भेजकर लगातार निगरानी रखने और गश्त के निर्देश दिए गए हैं। वन विभाग ने ग्रामीणों, विशेषकर महिलाओं से अपील की है कि वे जंगलों में घास काटने या अन्य कार्यों के लिए समूह में जाएँ और पूरी सावधानी बरतें।
क्या आपको लगता है कि मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए केवल पिंजरे लगाना ही पर्याप्त है या दीर्घकालिक समाधानों की आवश्यकता है?
अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए -
👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें