हल्द्वानी : बार-बार जगाने के बाद भी पति सोकर नहीं उठा तो नाराज पत्नी ने जहर खाकर दी जान

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हल्द्वानी : बार-बार जगाने के बाद भी पति सोकर नहीं उठा तो नाराज पत्नी ने जहर खाकर जान दे दी। परिजन गंभीर अवस्था में उसे लेकर बेस अस्पताल पहुंचे, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। मृतका के नाबालिग होने की आशंका पर पुलिस के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। मजिस्ट्रेट की पूछताछ में मायके पक्ष ने कीटनाशक पीने की बात कही है। फिर भी मामले को संदिग्ध मानते हुए जांच की जा रही है।

मूलरूप से भैरव नगला बदायूं उत्तर प्रदेश निवासी आशिका उर्फ भूरी (18 वर्ष) की शादी बदायूं निवासी मनोज पाल से 29 मई 2023 को हुई थी। ऑटो चालक मनोज और आशिका के साथ सास-ससुर और देवर भी यहीं रहकर खेतों में काम करते हैं। मनोज ने बताया कि वह स्कूल के बच्चों को छोड़ने जाता है।

रविवार को स्कूल की छुट्टी थी तो वह दोपहर एक बजे तक सोता रहा। इस बीच आशिका ने कई बार जगाया, लेकिन वह नहीं उठा। दोपहर करीब दो बजे उठा तो काम से इको टाउन चला गया। पत्नी को यह बात अखर गई। शाम करीब चार बजे घरवालों ने मनोज को फोन किया और कीटनाशक पीने की जानकारी दी। शाम करीब छह बजे परिजन उसे लेकर बेस अस्पताल पहुंचे, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

मृतका के दो आधार, एक में 17 दूसरे में 18 वर्ष आयु
हल्द्वानी : मजिस्ट्रेट ने पंचायत नामा भरते समय जब आधार कार्ड मांगा तो एक नई बात सामने आई। मृतका के दो आधार कार्ड परिवार वालों ने पेश किए। मायके में बने आधार कार्ड में मृतका की आयु 17 वर्ष दर्ज है। जबकि ससुराल में बने आधार कार्ड में उसकी आयु 18 वर्ष दर्शाई गई है। तहसीलदार सचिन कुमार ने बताया कि मायके पक्ष की ओर से किसी तरह का कोई आरोप अभी नहीं लगाया गया है। न ही कोई तहरीर दी गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

इलाज से पहले पिलाया साबुन का पानी
हल्द्वानी : पूरे मामले में परिजनों की लापरवाही भी सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि जब आशिका की तबीयत बिगड़ी तो परिजनों ने फौरन चिकित्सक को दिखाने के बजाय घरेलू उपचार शुरू कर दिया। जहर पीने का पता लगा तो उल्टी कराने के लिए परिजनों ने आशिका को साबुन का पानी पिला दिया, लेकिन उसकी हालत बिगड़ती गई। इसके बाद घटना की सूचना आशिका के पति को दी। करीब दो घंटे बाद उसे बेस ले जाया गया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।