जरूरत से ज्यादा सोने से बढ़ सकता है इन बीमारियों का खतरा, तुरंत करें अपनी आदत में सुधार

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अच्छी नींद थेरेपी की तरह काम करती है और कई हेल्थ प्रॉब्लम्स को नेचुरली ही ठीक करने में आपकी मदद कर सकती है। इसी तरह तनाव से आराम पाने और स्किन को हेल्दी रखने के लिए 8-9 घंटे की नींद जरूरी है। लेकिन एक्सपर्ट्स की मानें तो इससे ज्यादा सोना आपकी हेल्थ के लिए बहुत नुकसानदायक साबित हो सकता है। ज्यादा सोने से लोगों में कुछ गम्भीर लाइफस्टाइल डिजिजेज का रिस्क (risk of lifestyle diseases) तो बढ़ता ही है। साथ ही इससे आपकी पुरानी बीमारियों के लक्षण भी ट्रिगर हो सकते हैं। इस लेख में पढ़ें कि किस तरह सुबह बहुत देर से उठने या छुट्टी वाले दिन देर तक सोना आपको बीमार बना सकता है।

क्या है एक्सपर्ट का कहना

पल्मनॉलजिस्ट, डॉ. सुनील कुमार (Dr. Sunil Kumar K, Lead Consultant – Interventional Pulmonology, Aster CMI Hospital, Bangalore) का कहना है कि, इन दिनों डिजिटल एडिक्शन की समस्या ने लोगों की हेल्थ के साथ-साथ उनके स्लीपिंग पैटर्न को भी बुरी तरह प्रभावित किया है। लोग रात में देर तक जागकर मोबाइल और टीवी देखते हैं जिससे उन्हें सोने में काफी देर भी हो जाती है। इससे लोगों का बायोलॉजिकल क्लॉक (Biological clock) बिगड़ जाता है और वे दिन में काफी देर तक सोते रहते हैं। इतनी लम्बी नींद सोने के बाद भी लोगों को अक्सर उदासी , सुस्ती (lethargy), फोकस में कमी (Lack of focus) और सिरदर्द जैसी समस्याएं महसूस होती हैं। इसके साथ ही कुछ गम्भीर हेल्थ प्रॉब्लम्स का रिस्क भी देर तक सोने से बढ़ सकता है।

ज्यादा देर तक सोने से हो सकती हैं ये बीमारियां (Health problems caused by oversleeping)

कुछ समय पहले जर्नल पीएलओएस (PLoS) में प्रकाशित एक स्टडी में यह बात कही गयी कि देर तक सोने वाले लोगों में डिप्रेशन का खतरा अधिक होता है।

अधिक सोने वाले लोग फिजिकली कम देर तक एक्टिव रहते हैं जिससे वे अक्सर एक्सरसाइज नहीं करते। ऐसे लोगों के लिए वॉक करने और छोटी-मोटी फिजिकल एक्टिविटीज के लिए समय निकाल पाना मुश्किल होता है या ये आलस की वजह से शारीरिक मेहनत वाले काम टालते रहते हैं। इससे डायबिटीज की बीमारी उन्हें हो सकती है।

जिन लोगों को देर तक सोने की आदत होती है उनकी पाचन शक्ति धीमी (reason of slow digestive system) हो सकती है और इससे उन्हें पेट से जुड़ी अलग-अलग समस्याएं (digestion related issues) हो सकती हैं। कब्ज या कॉन्स्टिपेशन (problem of constipation) ज्यादा सोने वाले लोगों में एक कॉमन प्रॉब्लम है। इसी तरह-

  • ज्यादा सोने से भूख मर सकती है
  • पेट में गैस और एसिडिटी की समस्या भी ज्यादा सोने से बढ़ सकती है।
  • डाइजेस्टिव सिस्टम के ठीक तरीके से काम ना करने से मेटाबॉलिज्म स्लो हो सकता है जो मोटापा बढ़ने का एक बड़ा कारण है।
  • नींद से जुड़ी खराब आदतों के कारण हार्मोन्स का असंतुलन भी बढ़ सकता है।