भाजपा का विपक्ष मुक्त भारत का जो नारा था, यह उस नारे का क्लाइमेक्स है : हरीश रावत

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देहरादून: राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने के बाद देशभर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आक्रोश है. उत्तराखंड में भी इस मामले को लेकर कांग्रेसी आक्रोशित हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने इस मामले पर बोलते हुए कहा कि सभी लोकतांत्रिक शक्तियां इस कुकृत्य की निंदा करती हैं. उन्होंने कहा हम सब पूरी दृढ़ता के साथ राहुल गांधी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं.

हरीश रावत ने कहा कि बीते रोज पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के साथ रहने का संकल्प लिया है. हरीश रावत ने बताया कि आज पार्टी की शीर्ष कमेटी की दिल्ली में बैठक है. उस बैठक में आगे की रणनीति तय की जाएगी. उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह वही ताकतें हैं जिन्होंने विचार के रूप में महात्मा गांधी की हत्या की थी. यह वही ताकतें हैं जो अपनी शक्तियों का उपयोग विपक्ष को समाप्त करने के लिए कर रहे हैं. हरीश रावत ने कहा कि भाजपा का विपक्ष मुक्त भारत का जो नारा था, यह उस नारे का क्लाइमेक्स है.

हरीश रावत ने कहा नेहरू सरनेम को लेकर देश के प्रधानमंत्री ने क्या कुछ नहीं कहा. उन्होंने आरएसएस पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा आरएसएस और भाजपा के प्रचार तंत्र ने नेहरू को लेकर बहुत कुछ बोला. हरीश रावत ने तर्क दिया जहां प्रसिद्धि होती है तो वहां सरनेम लेकर के कहा जाता है, लेकिन राहुल गांधी ने जब एक सत्य को सरनेम के साथ जोड़ा तो भाजपा ने उसे मानहानि से जोड़ा है.

हरीश रावत ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने विदेशी दौरों का उपयोग अडानी को लाभ पहुंचाने के लिए किया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अडानी को बचाने में लगी हुई है. इसको लेकर राहुल गांधी ने जो कहा है वही असली बिंदु है. यही कारण है कि राहुल गांधी को परेशान किया जा रहा है. उन्होंने इसे सत्ता का हमला बताया है. उन्होंने इसे कांग्रेस नेता की राजनीतिक हत्या का प्रयास बताया है.