बेरोजगार युवक की फर्जी नियुक्ति पत्र और आइकार्ड थमा कर उत्तराखंड विधानसभा में नियुक्ति, कई महीने तक विधानसभा में काम भी कराया, कथित एपीएस सहित छह पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज

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देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा में फर्जी तरीके से बेरोजगार युवक को नौकरी देने का मामला सामने आया है, सोनीपत के जटवाड़ा के रहने वाले युवक को नौकरी लगवाने का झांसा देने के मामले में पति-पत्नी सहित छह लोगों को नामजद किया गया है। इनमें एक महिला को उत्तराखंड विधानसभा की एपीएस भी बताया गया है।

हैरत की बात यह है कि बेरोजगार युवक को फर्जी मेल भेजकर नौकरी देने का झांसा दिया गया। उसको विधानसभा में काम पर भी लगा दिया गया, वहीं उत्तराखंड सरकार की ओर से जारी फर्जी आइकार्ड और नियुक्त पत्र भी थम दिया गया। आरोपितों ने 25 लाख रुपये की ठगी कर ली। अब सिविल लाइन थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है।
सोनीपत सिविल लाइन पुलिस को दी शिकायत में जटवाड़ा के रहने वाले कुलदीप ने पुलिस को बताया कि उसकी मौसी रोशनी गांव सांघी में है। वहीं रोहतक के गांव गिझी की सुमन की बहन उसकी मौसी के पड़ोस में रहती है। इसके जरिए वह सुमन और उसके पति जितेंद्र से परिचित था।

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जितेंद्र व सुमन ने उससे कहा कि उनकी सरकारी तंत्र में बहुत जान पहचान है। वह मेरे लड़के कुशल खत्री​​​​​ को हरियाणा पुलिस में नौकरी लगवा सकते हैं। कुलदीप ने बताया कि उससे नवंबर 2021 में दो बार में दो लाख रुपए, मार्च 2022 में तीन लाख रुपए, जून 2022 में पांच लाख रुपए जितेंद्र का बेटा व बेटी सांघी गांव से ले गए। सितंबर 2022 तक इन्होंने कुल 11 लाख रुपए उससे ले लिए।

इसके बाद उसे शक हुआ तो उसने पति-पत्नी से रुपए वापस मांगे। फिर उसे कहा गया कि उनकी पहचान नवनीत व मोनिका से है, जो कि उत्तराखंड विधानसभा देहरादून में लगे हैं। वह उसके बेटे को वहां पर नौकरी लगवा देगा।
उसने पुलिस को बताया कि सात जून 2023 को उसके बेटे कुशल खत्री की मेल पर पत्र आया कि आपका नौकरी का प्रार्थना पत्र मंजूर हो गया है।

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इसके बाद दूसरा मेल आया कि आपकी नियुक्ति मंजूर हो गयी है। कुशल 13 जून को विधान सभा गया, जहां पर उसकी मुलाकात मोनिका से हुई।उसको 20 जून को निदेशालय पहुंच कर नियुक्ति पत्र लेने के लिये कहा गया। उसे विधानसभा देहरादून में नियुक्ति दी गयी थी। उत्तराखंड शासन की तरफ से पहचान पत्र भी जारी किया गया। इसके बाद उससे और रुपए ले लिए गए। उससे 25 लाख रुपए हड़प लिए गए।

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उनको दिया गया नियुक्ति पत्र फर्जी था। अब उसने रुपए वापस मांगे तो वह जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
सिविल लाइन थाना के जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर मनीष कुमार ने बताया कि पुलिस ने कुलदीप की शिकायत पर गांव गिझी रोहतक की सुमन, उसके पति जितेंद्र, इनके बेटे व बेटी और देहरादून की रहने वाली एपीएस मोनिका व नवनीत के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच करने के साथ ही आरोपितों की तलाश कर रही है।