उत्तराखंड: सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील से पहले ‘भोजन मंत्र’ वाचन और ‘हस्त प्रक्षालन’ अनिवार्य
उत्तराखंड के समस्त सरकारी विद्यालयों में अब मध्याह्न भोजन (Mid-day Meal) ग्रहण करने से पूर्व भोजन मंत्र का सामूहिक वाचन और हस्त प्रक्षालन (हाथ धोना) अनिवार्य कर दिया गया है। शिक्षा विभाग ने इस संबंध में जारी आदेशों के अनुपालन की रिपोर्ट अब निदेशालय को भेजने के निर्देश दिए हैं।
📜 आदेश और अनिवार्यताएँ
माध्यमिक शिक्षा निदेशक डा. मुकुल कुमार सती ने बताया कि यह आदेश 29 नवंबर, 2025 को जारी किया गया था। आदेश के तहत निम्नलिखित बिंदु अनिवार्य किए गए हैं:
-
भोजन मंत्र वाचन: सभी विद्यालयों में बच्चों को मध्याह्न भोजन से पहले भोजन मंत्र का सामूहिक वाचन कराया जाना है।
-
मंत्र का अंकन: विद्यालयों की किचन की दीवार पर भोजन मंत्र अंकित करना।
-
स्वच्छता: बच्चों में भोजन से पूर्व एवं पश्चात् हाथ धोने की आदत विकसित करना।
📊 अनुपालन रिपोर्ट
निदेशालय ने अब सभी जनपदों से इस आदेश के अनुपालन की विस्तृत सूचना निर्धारित प्रारूप में तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। जिला शिक्षा अधिकारियों (प्रारंभिक शिक्षा) के माध्यम से यह रिपोर्ट भेजी जाएगी, जिसमें निम्न बिंदुओं पर जानकारी मांगी गई है:
-
जनपद, विकासखंड का नाम।
-
उन विद्यालयों की संख्या जहाँ भोजन मंत्र का वाचन हो रहा है।
-
उन विद्यालयों की संख्या जहाँ किचन की दीवार पर भोजन मंत्र अंकित है।
-
उन विद्यालयों की संख्या जहाँ बच्चों को भोजन से पहले और बाद में हाथ धुलाए जा रहे हैं।
शिक्षा विभाग का मानना है कि इस पहल से बच्चों में स्वच्छता, अनुशासन और संस्कारों का विकास होगा।
🙏 भोजन मंत्र
अनिवार्य किया गया भोजन मंत्र निम्नलिखित है:
- ॐ ब्रह्मार्पणं ब्रह्म हविर्ब्रह्माग्नौ ब्रह्मणा हुतम्।
ब्रह्मैव तेन गन्तव्यं ब्रह्मकर्म समाधिना।।
- ॐ सह नाववतु सह नौ भुनक्तु सह वीर्यं करवावहै।
तेजस्विनावधीतमस्तु मा विद्विषावहै॥
-
अन्नपूर्णे सदापूर्णे शंकरप्राण वल्लभे। ज्ञान वैराग्य सिध्यर्थम् भिक्षां देहि च पार्वती।
अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए -
👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें

