तो क्या था विभागीय काम से तनाव! क्या है वह वजह जिस कारण रेंजर हरीश चंद्र पांडेय ने की आत्महत्या ?

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तराई केंद्रीय वन प्रभाग के रुद्रपुर डिवीजन में तैनात लापता रेंजर हरीश चंद्र पांडेय का शव बुधवार को 14 दिन बाद भीमताल झील से बरामद हुआ।

रेंजर हरीश चंद्र पांडेय के स्वजन के अनुसार वह विभागीय काम से काफी तनाव में थे। वहीं, गुमशुदगी मामले की जांच कर रहे मुखानी थानाध्यक्ष प्रमोद पाठक ने बताया कि रेंजर के लापता होने के बाद वन कर्मियों से पूछताछ की गई थी। तब उन्होंने बताया था कि भाखड़ा रेंज में कुछ समय पहले सागौन के 12 पेड़ काटे गए थे, जिसकी अधिकारियों ने जांच शुरू करा दी थी। तभी से रेंजर तनाव में थे। ऐसे में इस घटना को आत्महत्या से जोड़कर देखा जा रहा है।

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मृतक रेंजर हरीश चंद्र पांडे के बेटे हिताद्र ने अपने पिता की मौत के लिए वन विभाग के उच्च अधिकारियों पर आरोप लगाए हैं। भीमताल पहुंचे हिताद्र ने रोते हुए बताया कि उनके पिता को पेड़ काटने के मामले में झूठा फंसाया जा रहा था। वह कई दिन से मानसिक रूप से परेशान थे और 29 नवंबर को अचानक घर से बिना बताए चले गए।

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